भारतीय मुसलमानों के साथ हिंसा को देख होता है दुख-जहांगीरपुरी-खरगोन हिंसा पर बोली अभिनेत्री पद्मा लक्ष्मी, कहा हिंदुत्व को पूरे विश्व में कही नहीं है खतरा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 28, 2022 02:23 PM2022-04-28T14:23:38+5:302022-04-28T14:29:16+5:30
पद्मा लक्ष्मी ने भारतीयों से अपील करते हुए कहा, "भारत या कहीं ओर हिंदुत्व को कोई खतरा नहीं है। सच्ची आध्यात्मिकता में किसी तरह की नफरत के बीज बोने की कोई जगह नहीं है।"
मुंबई: भारतीय-अमेरिकी सुपरमॉडल और लेखिका पद्मा लक्ष्मी ने बुधवार को कहा कि भारत में या कहीं और हिंदुत्व को कोई खतरा नहीं है। पद्मा लक्ष्मी ने भारत में हाल में ही हुई अल्पसंख्यकों पर हमले को लेकर यह बात कही है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के लोगों को ‘‘इस प्राचीन, विशाल भूमि’’ पर शांतिपूर्वक रहना चाहिए। 51 साल की पद्मा लक्ष्मी ने इस मामले में कई ट्वीट्स किए है। उन्होंने ट्वीट्स के माध्यम से कहा कि देश में ‘‘व्यापक पैमाने पर मुस्लिम विरोधी’’ बयानबाजी चल रही है और उन्होंने उम्मीद जताई कि हिंदू ‘‘इस डर पैदा करने’’ और ‘‘दुष्प्रचार’’ के जाल में नहीं फंसेंगे।
भारत में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा को देखकर होता है दुख- पद्मा लक्ष्मी
हनुमान जंयती पर एक शोभायात्रा के दौरान दिल्ली के जहांगीरपुरी में दो समुदायों के बीच हिंसा और राम नवमी के जुलूस के दौरान मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में हिंसा पर ‘द गार्जियन’ और ‘लॉस एंजिलिस टाइम्स’ जैसे अंतरराष्ट्रीय प्रकाशनों के समाचार लेखों को पद्मा लक्ष्मी ने टैग किया है। उन्होंने टैग करते हुए कहा कि ‘‘सच्ची आध्यात्मिकता’’ में नफरत की कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘भारत में मुसलमानों के खिलाफ हिंसा को देखकर दुख होता है। मुसलमानों के खिलाफ व्यापक बयानबाजी लोगों में डर पैदा करती है और जहर घोलती है। यह दुष्प्रचार खतरनाक और कुटिल है क्योंकि जब आप किसी को कम समझते हैं तो उनके दमन में शामिल होना ज्यादा आसान हो जाता है।’’
पद्मा लक्ष्मी ने की भारतीयों से अपील
‘टॉप शेफ’ की न्यूयॉर्क में रहने वाली अभिनेत्री ने कहा कि सभी धर्मों के लोगों को एक साथ मिलकर शांतिपूर्वक रहना चाहिए। उन्होंने अपील करते हुए ट्वीट किया और कहा, ‘‘साथी हिंदुओं, इस डर पैदा करने के जाल में न फंसे। भारत या कहीं ओर हिंदुत्व को कोई खतरा नहीं है। सच्ची आध्यात्मिकता में किसी तरह की नफरत के बीज बोने की कोई जगह नहीं है। इस प्राचीन, विशाल भूमि पर सभी धर्मों के लोगों को एक साथ मिलकर शांतिपूर्वक रहना चाहिए।’’