नई दिल्ली, 7 अप्रैल: अनुसूचित जाति-जनजाति अधिनियम के बदलाव के सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान हिंसा देखने को मिली थी। इस हिंसा का देश भर में उग्र रूप देखने को मिला था। ऐसे में अब इस हिंसा पर पुलिस मुख्यालय की इंटेलीजेंस शाखा ने सुनियोजित बताया है।
खबर के मुताबिक भारत बंद के दौरान किस तरह से हिंसा फैलाई जाए ये सब पहले से तय किया गया था। इतना ही नहीं इसके लिए लोगों को ट्रेनिंग तक दी गई।
खबर के मुताबिक हिंसा को लेकर इंटेलीजेंस शाखा ने इनपुट एकत्र किए हैं। जिसके आधार पर जो लोग अब तक गिरफ्तार हुए हैं, उनसे भी इस संबंध में पुलिस और इंटेलीजेंस को इससे जुड़ी जानकारी मिली है। ऐसे में पुलिस इस की भी अब जांच कर रही है हिंसा फैलाने वाले लोगों को कहां पर ट्रेनिंग और किस तरह से दी गई थी।
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कहा जा रहा है कि ग्वालियर और चंबल संभागों में हिंसा के लिए करीब तीन दर्जन से ज्यादा संगठनों ने गड़बड़ी फैलाने की साजिश रची थी। इनके द्वारा अपने विश्वस्त लोगों को लाठी-डंडे बांटे गए। इतना ही नहीं उन्हें ट्रेनिंग दी गई थी। ट्रेनिंग में यह भी बताया गया था कि किस व्यक्ति को किस स्थान पर रहना है। कुछ सरकारी अधिकारी और कर्मचारी भी हिंसा में शामिल थे, जिनकी रिपोर्ट इंटेलीजेंस ने जुटा ली।