लाइव न्यूज़ :

कोटा के अस्पताल में शिशुओं की मौत का मामला, राजस्थान बीजेपी प्रमुख ने की सीएम गहलोत की निंदा

By भाषा | Updated: December 29, 2019 05:51 IST

Open in App

राजस्थान भाजपा अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शनिवार को कहा कि राज्य की अशोक गहलोत सरकार ने शहर के एक अस्पताल में 48 घंटों में 10 शिशुओं की मौत का मामला सामने आने के बाद वहां हालात का जायजा लेने के लिए अपने किसी भी मंत्री को नहीं भेजकर ‘‘असंवेदनशीलता’’ दिखाई है।

पूनिया ने शनिवार को अस्पताल का दौरा किया और नवजात एवं बाल चिकित्सा गहन देखभाल इकाइयों और अन्य वार्डों में शिशुओं के साथ मौजूद लोगों से बातचीत की। उन्होंने बच्चों की मौत पर चिंता व्यक्त करते हुए अस्पताल में खराब ढांचागत सुविधाओं, मरम्मत एवं रखरखाव के अभाव और नर्सिंग एवं चिकित्सकीय कर्मियों की अपर्याप्त संख्या पर नाखुशी जताई।

पूनिया ने मीडिया से कहा, ‘‘गहलोत का यह बयान कि अस्पताल में मौत तो होती ही रहती हैं, बहुत दुखदायी और निराशाजनक है। ये मौत नहीं होनी चाहिए थीं।’’ उन्होंने इस बात को दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि अस्पताल में सरकार का कोई मंत्री नहीं आया।

टॅग्स :राजस्थानभारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)अशोक गहलोत
Open in App

संबंधित खबरें

क्राइम अलर्ट20 साल की नर्सिंग छात्रा की गला रेतकर हत्या, पिता ने कहा-महेंद्रगढ़ के उपेंद्र कुमार ने बेटी का अपहरण कर किया दुष्कर्म और लाडो को मार डाला

क्रिकेटटीम इंडिया से बाहर, 10 चौका, 8 छक्का, 50 गेंद और नाबाद 113 रन?, त्रिपुरा बॉलर पर टूटे इशान किशन

भारतमेहमान पंछियों के लिए ­झील बनी कब्रगाह

क्राइम अलर्टराजस्थान में सरकारी परियोजनाओं की पारदर्शिता सुनिश्चित करने हेतु EY अधिकारियों पर लगाए गए आरोपों की जांच की मांग

भारतराजस्थान विधानसभा चुनाव 2028ः 45 जिला अध्यक्षों की नियुक्ति, देखिए लिस्ट

भारत अधिक खबरें

भारतकथावाचक इंद्रेश उपाध्याय और शिप्रा जयपुर में बने जीवनसाथी, देखें वीडियो

भारत2024 में महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव, 2025 तक नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं?, उद्धव ठाकरे ने कहा-प्रचंड बहुमत होने के बावजूद क्यों डर रही है सरकार?

भारतजीवन रक्षक प्रणाली पर ‘इंडिया’ गठबंधन?, उमर अब्दुल्ला बोले-‘आईसीयू’ में जाने का खतरा, भाजपा की 24 घंटे चलने वाली चुनावी मशीन से मुकाबला करने में फेल

भारतजमीनी कार्यकर्ताओं को सम्मानित, सीएम नीतीश कुमार ने सदस्यता अभियान की शुरुआत की

भारतसिरसा जिलाः गांवों और शहरों में पर्याप्त एवं सुरक्षित पेयजल, जानिए खासियत