इंदौर मंदिर हादसे में 36 की मौत, पीड़ित ने कहा- अंतिम आहुति चल रही थी तभी कुआं धंस गया, 40-50 लोग गिरे; रस्सियों, साड़ियों की मदद से बाहर निकाला गया
By अनिल शर्मा | Published: March 31, 2023 03:23 PM2023-03-31T15:23:34+5:302023-03-31T15:35:21+5:30
घटना पर दुख जताते हुए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर लिया है, इसमें जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश में जितने बावड़ी और ऐसे कुएं, बोरवेल हैं उनकी जांच के निर्देश दिए गए हैं।
इंदौरःइंदौर के पटेल नगर के बेलेश्वर महादेव झूलेलाल मंदिर में गुरुवार को राम नवमी के अवसर पर आयोजित हवन के दौरान पुरातन बावड़ी की छत धंसने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 पर पहुंच गई है। इंदौर संभाग के आयुक्त (राजस्व) पवन कुमार शर्मा ने बताया कि “हादसे के बाद लापता एक व्यक्ति का शव बावड़ी से निकाल लिया गया है। अब तक बावड़ी से कुल 36 लोगों के शव निकाले जा चुके हैं।”
अंतिम आहुति चल रही थी जब कुआं धंस गयाः पीड़ित
गौरतलब है कि हादसे में घायल 16 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि दो अन्य व्यक्तियों को प्राथमिक उपचार के बाद घर भेज दिया गया है। यह हादसा कैस और कब हुआ, समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए पीड़ित ललित कुमार सेठिया ने कहा कि ''हम हवन कर रहे थे, बहुत भीड़ थी। अंतिम आहुति चल रही थी जब कुआं धंस गया।''
हादसे में घायल सेठिया अस्पताल में भर्ती हैं। उन्होंने आगे कहा कि लोगों को बावड़ी का पता ही नहीं था। उनके मुताबिक बावड़ी में बहुत से लोग गिरे, जिसमें बच्चे और महिलाएं ज्यादा थीं। बकौल पीड़ित- बावड़ी में सांस लेने में दिक्कत हो रही थी।
घरेलू रस्सियों, साड़ियों आदि के माध्यम से लोगों को बाहर निकालाः मदद करने वाला शख्स
वहीं हादसे के बाद राहत एवं बचाव अभियान में मदद करने वाला एक स्थानीय निवासी ने एएनआई से कहा कि बावड़ी में लगभग 40-50 लोग गिर गए थे। हमने घरेलू रस्सियों, साड़ियों आदि के माध्यम से लोगों को बाहर निकाला। मदद करने वाले शख्स ने कहा कि आपदा प्रबंधन की टीमें भी मौजूद थीं।
लापता हुए उन सभी लोगों के शव ढूंढे जा चुके हैंः अधिकारी
इंदौर संभाग के आयुक्त (राजस्व) पवन कुमार शर्मा ने हादसे के बाद लापता हुए उन सभी लोगों के शव ढूंढे जा चुके हैं, जिनकी गुमशुदगी की जानकारी उनके परिजनों ने प्रशासन को दी थी। उन्होंने कहा, “हम अभी खोज अभियान बंद नहीं कर रहे हैं। हम बावड़ी से पूरी गाद बाहर निकालेंगे, ताकि कोई शंका-कुशंका बाकी न रहे।”
प्रदेश में ऐसे सभी बावड़ी और ऐसे कुएं, बोरवेल की जांच के निर्देश दिए गए
घटना पर दुख जताते हुए प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर लिया है, इसमें जो भी दोषी पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश में जितने बावड़ी और ऐसे कुएं, बोरवेल हैं उनकी जांच के निर्देश दिए गए हैं।