भारतीय नौसेना ने ईरान के झंडे वाले जहाज को समुद्री लुटेरों से बचाया, युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने तत्काल कार्रवाई की
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: January 29, 2024 04:59 PM2024-01-29T16:59:17+5:302024-01-29T17:00:42+5:30
नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपहृत जहाज और उसके चालक दल की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित की।
नई दिल्ली: सोमालिया के पूर्वी तटीय क्षेत्र में तैनात एक भारतीय नौसैनिक युद्धपोत ने ईरान के झंडे वाले एक जहाज की ओर से मिली अपहरण संबंधी सूचना पर कार्रवाई कीऔर जहाज को लुटेरों के चंगुल में जाने से बचा लिया। जहाज में कुछ समुद्री लुटेरे चढ़ गए थे।
नौसेना के अधिकारियों ने कहा कि भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सुमित्रा ने तत्काल कार्रवाई करते हुए अपहृत जहाज और उसके चालक दल की सुरक्षित रिहाई सुनिश्चित की। नौसेना के प्रवक्ता कमांडर विवेक मधवाल ने कहा, ‘सोमलिया के पूर्वी तटों और अदन की खाड़ी में जलदस्यु रोधी अभियानों के लिए तैनात आईएनएस सुमित्रा ने ईरान के झंडे लगे मछली पकड़ने वाले जहाज ईमान के अपहरण के संबंध में सूचना पर कार्रवाई की। जहाज पर जलदस्यु चढ़ गए थे और चालक दल को बंधक बना लिया गया था।’
Swift response by #IndianNavy's Mission Deployed warship ensures safe release of hijacked vessel & crew.#INSSumitra, on #AntiPiracy ops along East coast of #Somalia & #GulfofAden, responded to a distress message regarding hijacking of an Iranian flagged Fishing Vessel (FV)… pic.twitter.com/AQTkcTJvQo
— SpokespersonNavy (@indiannavy) January 29, 2024
उन्होंने बताया कि आईएनएस सुमित्रा ने जहाज को रोका और समुद्री लुटेरों को चालक दल तथा जलपोत की सुरक्षित रिहाई के लिए बाध्य करने के वास्ते स्थापित मानक चालक प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुरूप काम किया। मधवाल ने बताया कि जहाज पर चालक दल के सभी 17 सदस्यों और नौका को सफलतापूर्वक मुक्त कराया गया। प्रवक्ता ने कहा, ‘हिंद महासागर क्षेत्र में जलदस्यु रोधी और समुद्री सुरक्षा अभियानों में भारतीय नौसैनिक युद्धपोतों की तैनाती समुद्र में सभी जहाजों और नाविकों की सुरक्षा के प्रति भारतीय नौसेना के दृढ़संकल्प को दर्शाती है।’
बता दें कि अरब सागर और लाल सागर क्षेत्र में समुद्री लूट रोधी दो अभियानों के लिए क्षेत्र में भारतीय पोत तैनात हैं। नौसेना का संदेश यह है कि हम किसी तरह की अस्थिरता या असुरक्षा उत्पन्न नहीं होने देंगे। समुद्री लूट रोधी अभियान 2008 से चलाये जा रहे हैं। समुद्री लूट पिछले साल तक लगभग खत्म हो गई थी लेकिन हाल में इन घटनाओं में तेजी आई है।