सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए नए नियम जल्द, 72 घंटे में होगा भ्रामक सामग्री देने वाले का होगा पर्दाफाश
By संतोष ठाकुर | Published: June 21, 2019 09:11 AM2019-06-21T09:11:35+5:302019-06-21T09:11:35+5:30
नए नियमों के तहत सोशल मीडिया साइट या सर्च इंजन गूगल व अन्य के लिए अनिवार्य होगा कि सरकार की ओर से सूचना मिलने के बाद वह फेक न्यूज या भ्रामक सामग्री देने वाले की पहचान 72 घंटे के अंदर बताए.
फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप्प जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और सर्च इंजन गूगल के साथ ही इंटरनेट सेवा प्रदाता कंपनियों के लिए नए नियम जल्द लाने की तैयारी है. इसका उद्देश्य सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के साथ ही फेक न्यूज और उत्तेजना फैलाने वाले संदेशों पर प्रभावी रोक लगाना है.
नए नियम वर्ष 2011 के नियमों का स्थान लेंगे. ऐसे समय में जब अमेरिका के साथ सरकार की ट्रेड असंतुलन और एच1बी वीजा को लेकर रस्साकशी चल रही है. इसकी वजह यह है कि सोशल मीडिया कंपनियां, सर्च इंजन गूगल आदि सभी अमेरिकी कंपनी हैं और फिलहाल भारत में इनकी कानूनी कोई उतरदायित्व या जिम्मेदारी नहीं है.
जब नए नियम लागू होंगे तो ये सभी भारतीय कानून के दायरे में आ जाएंगे. एक अधिकारी ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद का कार्यलय इस पर अंतिम स्तर की कार्यवाही और समीक्षा कर रहा है. जिसके उपरांत इसे अधिसूचित करने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
नए नियमों के तहत सोशल मीडिया साइट या सर्च इंजन गूगल व अन्य के लिए अनिवार्य होगा कि सरकार की ओर से सूचना मिलने के बाद वह फेक न्यूज या भ्रामक सामग्री देने वाले की पहचान 72 घंटे के अंदर बताए.