पाकिस्तान पर भारतीय वायुसेना की कार्रवाई के बाद भारत के विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा है इस ऑपरेशन में जैश-ए-मोहम्मद के कई आतंकी ठिकानों को तबाह किया गया है। विजय गोखले ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर भारत की ओर से यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।
विजय गोखले ने साफ किया कि लगातार ऐसी सूचनाएं मिल रही थीं कि जैश देश में और फिदायिन अटैक करने की फिराक में था और इसलिए यह कार्रवाई जरूरी थी। गोखले ने कहा- 'यह पक्की सूचना थी कि जैश देश में और हमले की तैयारी कर रहा था। इसलिए ये अटैक जरूरी था। भारत ने बालाकोट में जैश के सबसे बड़े ठिकाने पर हमला किया है।'
विजय गोखले ने साथ ही कहा, 'इस ऑपरेशन में बड़ी संख्या में जैश के आतंकी, ट्रेनर और सीमियर कमांडर और जिहादियों को नुकसान पहुंचाया गया है।'
मसूद अजहर का साला चला रहा था कैंप
विजय़ गोखले ने बताया कि बालाकोट के इस कैंप को जैश चीफ मसूद अजहर का साला मौलाना यूसुफ अजहर उर्फ उस्ताद गौरी चला रहा था। गोखले के अनुसार भारतीय वायुसेना की यह कार्रवाई पूरी तरह से जैश पर केंद्रित थी ताकि स्थानीय नागरिकों को कोई नुकसान नहीं हो सके। विजय गोखले ने हालांकि कोई और जानकारी देने से मना कर दिया।
बता दें कि भारतीय वायुसेना की ओर से 26 फरवरी को तड़के 3: 30 बजे एलओसी पार कर पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर बड़ी कार्रवाई की गई। पाकिस्तान की सेना की ओर से भी यह पुष्टि की गई है कि भारतीय वायुसेना ने एलओसी पार किया था। भारतीय वायुसेना ने इस ऑपरेशन में बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद में मौजूद आतंकी ठिकानों के लॉन्च पैड को तबाह किया है। सूत्रों के अनुसार साथ ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का कंट्रोल रूम भी इस हमले में तबाह हो गया है।
सूत्रों के अनुसार भारतीय वायुसेना की ओर से 12 मिराज विमानों ने एलओसी पार कर करीब 1000 किलो बम गिराते हुए कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया। पाकिस्तान की सेना की ओर से भी यह पुष्टि हो गई है कि भारतीय वायुसेना एलओसी पार कर पाकिस्तान के हिस्से में तड़के दाखिल हुए थे।