भारतीय सेना के सूत्रों के मुताबिक सरकार की तरफ से लॉकडाउन की घोषणा किए जाने के बाद आज आर्मी हेडक्वार्टर बंद रहेंगे। कल से पूरे देश में सिर्फ 5 से 10 परसेंट जरूरी स्टाफ ही काम करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए मंगलवार को पूरे देश में 21 दिनों के लिए लॉकडाउन की घोषणा की। इसके बाद केंद्र सरकार ने बताया कि इस अवधि तक सड़क, रेल और हवाई सेवाएं स्थगित रहेंगी।
इस वायरस को लेकर लोगों का भय बढ़ता जा रहा है क्योंकि दुनिया में संक्रमण से मरने वालों की संख्या 17,000 के करीब पहुंच गई है। कोरोना वायरस के खतरे के बीच प्रधानमंत्री ने एक हफ्ते से कम समय में दूसरी बार राष्ट्र को संबोधित किया।
उन्होंने कोरोना वायरस के संक्रमण से मुकाबला करने के लिए स्वास्थ्य अवसंरचना को मजबूत करने के लिए 15,000 करोड़ रुपये के केंद्रीय आवंटन का भी ऐलान किया। अधिकारियों ने बताया कि बीमारी के फैलने के डर से कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने पहले ही 31 मार्च तक बंद की घोषणा कर रेल, सड़क और हवाई यातायात को स्थगित कर दिया था। हालांकि, आवश्यक वस्तुओं को देशभर में पहुंचाने के लिए माल की ढुलाई जारी रहेगी।
गृह मंत्रालय की ओर से जारी छह पन्ने के दिशानिर्देश के मुताबिक रियाती मूल्य पर सामान देने वाले , खाने पीने के सामान, किराने की दुकान, सब्जी, फल, मांस, मछली और जानवरों के खाने के दुकानें खुली रहेंगी। कोरोना वायरस संक्रमण से पैदा संकट पर राष्ट्र के नाम संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हिंदुस्तान को बचाने के लिए, हिंदुस्तान के हर नागरिक को बचाने के लिए आज रात 12 बजे से घरों से बाहर निकलने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई जा रही है।’’
मोदी ने कहा, ‘‘ देश के हर राज्य को, हर केंद्र शासित प्रदेश को, हर जिले, हर गांव, हर कस्बे, हर गली-मोहल्ले को अब लॉकडाउन किया जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, यह एक तरह से कर्फ्यू ही है और जनता कर्फ्यू से थोड़ा ज्यादा सख्त है। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इस लॉकडाउन की एक आर्थिक कीमत देश को उठानी पड़ेगी।
संबोधन के दौरान हाथ जोड़कर लोगों से सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील करते हुए मोदी ने कहा, यह प्रधानमंत्री से लेकर गांव वाले तक पर लागू होगा। मोदी ने कहा, अगर हम 21 दिन को ठीक से नहीं संभाले तो हमारा देश, हमार परिवार 21 साल पीछे चला जाएगा।