नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirus) से संबंधित रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट किट की सटीकता दर में कमी होने के कारण जहां एक ओर ये किट भारतीय चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) के जांच के घेरे में आ गई है तो वहीं एक बार फिर भारत आने वाले दिनों में चीन से कई और मेडिकल उपकरण मंगाने वाला है। इस मामले में विदेश मंत्रालय ने गुरुवार (23 अप्रैल) को बताया कि आने वाले कुछ दिनों में चीन से 20 अन्य उड़ानें भारत आने वाली हैं। ये उड़ानें चिकित्सा आपूर्ति प्राप्त करने के लिए चीन भेजी गई हैं।
मालूम हो, कोरोना से निपटने के लिए भारत ने चीन से पिछले दो हफ्ते में 400 टन मेडिकल इक्विपमेंट मंगाया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को जानकारी दी थी कि पिछले दो सप्ताह में चीन के पांच शहरों से लगभग दो दर्जन फ्लाइट्स भारत आई हैं, जिनसे लगभग 400 टन मेडिकल इक्विपमेंट लाया गया है। इसमें आरटी-पीसीआर परीक्षण किट, रैपिड एंटीबॉडी टेस्ट, पीपीई किट, थर्मामीटर आदि शामिल हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने गुरुवार को ये भी बताया कि पिछले 2 हफ्तों में, 2 दर्जन उड़ानें चीन के विभिन्न शहरों से चिकित्सा आपूर्ति के साथ पहुंची हैं। हमें आने वाले हफ्तों में ऐसी 20 और उड़ानों की उम्मीद है। ये जानकारी तब सामने आई है जब चीन से मंगाई गई रैपिड एंटीबॉडी किट आईसीएमआर के जांच के घेरे में है। दरअसल, भारत भेजी गई रैपिड टेस्ट किट के परिणामों में बहुत अंतर आ रहा है और इनकी सटीकता दर भी बहुत कम है।
वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, अब तक देश में कोरोना वायरस से 23,077 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 718 लोगों की जान जा चुकी है। इसमें से 4,749 लोग ठीक भी हुए हैं।