बैलेस्टिक मिसाइल 'प्रलय' का दूसरा सफल परीक्षण, 500 किमी तक है मारक क्षमता
By रुस्तम राणा | Updated: December 23, 2021 12:16 IST2021-12-23T12:09:03+5:302021-12-23T12:16:09+5:30
एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक, मिसाइल का दूसरा परीक्षण एक अलग रेंज और अलग कॉन्फ़िगरेशन के लिए किया गया था। इस टेस्ट में मिसाइल ने सभी मापदंडों को पूरा किया।

पिछले 24 घंटों में मिसाइल का यह दूसरा सफल परीक्षण है। कल भी इसका सफल परीक्षण किया गया था।
भारत ने गुरुवार को अर्ध बैलिस्टिक मिसाइल 'प्रलय' का सफलतापूर्वक दूसरा परीक्षण कर लिया है। यह मिसाइल 150 से 500 किलोमीटर के बीच अपने लक्ष्य को भेद सकती है। मिसाइल का दूसरा परीक्षण एक अलग रेंज और अलग कॉन्फ़िगरेशन के लिए किया गया था। इस टेस्ट में मिसाइल ने सभी मापदंडों को पूरा किया।
एक सरकारी अधिकारी के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में मिसाइल का यह दूसरा सफल परीक्षण है। कल भी इसका सफल परीक्षण किया गया था। देश में यह भी पहली बार है कि किसी विकासात्मक मिसाइल का लगातार दो दिनों में सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है।
Today India successfully testfired the Pralay conventional quasi ballistic missile which can hit targets between 150 to 500 kms. The test was conducted for a different range and different configuration* and met all the parameters: Government officials
— ANI (@ANI) December 23, 2021
(File pic) pic.twitter.com/W9wIBImRAJ
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के द्वारा बुधवार को सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल 'प्रलय' का डॉ. अब्दुल कलाम आईलैंड से सफल परीक्षण किया गया था। स्वदेश में विकसित मिसाइल 150 से 500 किलोमीटर की दूरी पर लक्ष्य पर हमला कर सकती है।
सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल की पेलोड क्षमता 500-1,000 किलोग्राम है। डीआरडीओ द्वारा इस उन्नत मिसाइल को इंटरसेप्टर मिसाइलों को हराने में सक्षम बनाने के लिए विकसित किया गया है।
Indigenously developed new surface-to-surface conventional ballistic missile ‘Pralay’ successfully flight tested from Dr APJ Abdul Kalam Island today. #NewTechnologies#AmritMahotsavhttps://t.co/kGgX3RMJ4kpic.twitter.com/cz1qm6OBdy
— DRDO (@DRDO_India) December 22, 2021
यह मिसाइल हवा में एक निश्चित सीमा को कवर करने के बाद अपना रास्ता बदलने की क्षमता रखती है। DRDO द्वारा विकसित बैलिस्टिक मिसाइल एक ठोस-ईंधन, युद्धक्षेत्र मिसाइल है जो भारतीय बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम से पृथ्वी रक्षा वाहन पर आधारित है। मिसाइस के सफल परीक्षण हेतु केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ की टीम बधाई दी थी।