बीते महीने भारत ने इजराइल के साथ होने वाले एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का सौदा रद्द कर दिया था क्योंकि डीआरडीओ ने सरकार को आश्वस्त किया था कि बहुत जल्द इस तकनीक को देश में ही हासिल कर लिया जायेगा.
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत ने बीते दिन पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से बने एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग का तीन सफल परीक्षण किया है. यही नहीं, मिसाइल का परीक्षण दिन और रात दोनों में किया गया और यह अपने लक्ष्यों को भेदने में सफल रही.
भारत और इजराइल के बीच एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल का सौदा 500 मिलियन डॉलर (3500 करोड़) में होने वाला था, लेकिन डीआरडीओ ने अपनी तरफ से यह इनिशिएटिव लेकर देश को इस मामले में आत्मनिर्भर कर दिया है.
बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारत ने टार्गेटेड वेपन के निर्माण और खरीद पर ज्यादा ध्यान देना शुरू कर दिया है. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में पहला रक्षा सौदा स्पाइस-2000 बम का किया गया है. एयरस्ट्राइक के दौरान वायु सेना ने इसी लेजर गाइडेड बम का इस्तेमाल किया था, यह इजराइल द्वारा निर्मित है.
सरकार जल्द ही 114 फाइटर जेट विमानों के लिए भी निविदा जारी करने वाली है. जिसमें अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन और स्वीडन की कंपनी भी हिस्सेदारी ले रही है.
F-21 फाइटर जेट लॉकहीड मार्टिन बनाती है. इसी कंपनी की F-16 विमान को विंग कमांडर अभिनंदन ने मिग-21 बाइसन से मार गिराया था. इस सीरीज का सबसे अपग्रेडेड वर्जन F-35 है. राफेल फाइटर विमान के सौदे के बाद भारत सरकार जल्द ही इस सौदे को मूर्त रूप देना चाहती है.