भारत ने पाकिस्तान के F-16 लड़ाकू विमानों के इस्तेमाल के सबूत अमेरिका को सौंपे, पाक का 'झूठ' आएगा सामने
By भाषा | Published: March 6, 2019 12:26 AM2019-03-06T00:26:08+5:302019-03-06T00:29:45+5:30
पाकिस्तान ने दावा किया था कि किसी एफ-16 लड़ाकू विमान का इस्तेमाल नहीं किया गया और उसने साथ ही इस बात से भी इनकार किया था कि भारतीय वायुसेना ने उसके एक विमान को मार गिराया है।
पाकिस्तान द्वारा भारत के सैन्य प्रतिष्ठानों पर 27 फरवरी को हुये असफल हमले में अमेरिकी एफ-16 विमानों और एमराम मिसाइल का प्रयोग करने के साक्ष्य अमेरिका को सौंप दिये गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि भारत इस बात को लेकर निश्चिंत है कि वाशिंगटन इस मामले की तह तक जायेगा कि पाकिस्तान ने इस अमेरिका निर्मित लड़ाकू विमान के साथ ही हवा से हवा में मार करने वाली एमराम मिसाइल का इस विमान से भारत के खिलाफ प्रयोग किया है।
भारतीय वायुसेना ने 28 फरवरी को एमराम मिसाइल के अवशेषों को बतौर साक्ष्य प्रस्तुत किया था। इस दौरान बताया गया कि पाकिस्तान के पास एफ-16 के अलावा ऐसे कोई दूसरे लड़ाकू विमान नहीं हैं जो इस मिसाइल को दाग सकें।
पाकिस्तान पहले ही कह चुका है कि उसने भारत के खिलाफ हवाई हमले में एफ-16 विमानों का प्रयोग नहीं किया।
अमेरिका भी जुटा रहा है पाकिस्तान के खिलाफ जानकारी
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की ओर से हाल ही में कहा गया है कि पाकिस्तान द्वारा एफ-16 लड़ाकू विमान के गलत इस्तेमाल संबंधी रिपोर्टों पर उनका देश और जानकारियां जुटा रहा है। रक्षा विभाग के प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल कोन फॉकनर ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘विदेशी सैन्य बिक्री अनुबंधों में अप्रकटीकरण समझौते के कारण हम उसमें दर्ज एंड यूजर समझौतों के बारे में चर्चा नहीं कर सकते।’’
अमेरिका अत्याधुनिक रक्षा साजो सामान बेचने वाला विश्व का सबसे बड़ा देश है और इसके पास मजबूत एंड यूजर निगरानी समझौता है, जो रक्षा साजो सामान के दुरुपयोग के किसी भी आरोप को बेहद गंभीरता से लेता है।
पेंटागन की डिफेंस सिक्योरिटी एंड कॉरपोरेशन एजेंसी (डीएससीए) के अनुसार एफ-16 विमान आतंकवाद निरोधक अभियानों में पाकिस्तान की क्षमता को बढ़ाने के लिए हैं। सार्वजनिक रूप से उपलब्ध दस्तावेजों के अनुसार अमेरिका ने पाकिस्तान पर एफ-16 विमानों के इस्तेमाल को लेकर लगभग 12 पाबंदियां लगाईं हैं।