भारत ने विदेशी छात्रों के वीजा से संबंधित मुद्दे पर अमेरिका से बात की, मिला ये जवाब

By भाषा | Updated: July 8, 2020 05:26 IST2020-07-08T05:26:35+5:302020-07-08T05:26:35+5:30

अमेरिका के प्रमुख शिक्षाविदों और सांसदों ने देश में डिग्री पाठ्यक्रमों में हिस्सा ले रहे विदेशी विद्यार्थियों को देश के बाहर निकालने के लिए बनाये गये दिशानिर्देश पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे ‘भयावह’ और ‘क्रूर’ बताया है।

India raises immigrant students F1 visa issue with US during talks | भारत ने विदेशी छात्रों के वीजा से संबंधित मुद्दे पर अमेरिका से बात की, मिला ये जवाब

भारत ने विदेशी छात्रों के वीजा से संबंधित मुद्दे पर अमेरिका से बात की है। (फाइल फोटो)

Highlightsभारत ने विदेशी छात्रों के वीजा से संबंधित मुद्दे पर मंगलवार को अमेरिका से बात की।आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।

नई दिल्लीः भारत ने विदेशी छात्रों के वीजा से संबंधित मुद्दे पर मंगलवार को अमेरिका से बात की। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। दरअसल, अमेरिकी आव्रजन प्राधिकरण ने घोषणा की है कि उन विदेशी छात्रों को देश छोड़ना होगा या निर्वासित होने के खतरे का सामना करना होगा जिनके विश्वविद्यालय कोरोना वायरस की महामारी के चलते इस सेमेस्टर पूर्ण रूप से ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करेंगे। इस कदम से सैकड़ों-हजारों भारतीय छात्रों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। 

विदेश सचिव हर्ष वर्धन श्रृंगला ने अमेरिका के राजनीतिक मामलों के उप विदेश मंत्री डेविड हेल के साथ ऑनलाइन बैठक के दौरान यह मुद्दा उठाया। सूत्रों ने कहा कि अमेरिकी पक्ष ने इस पर गौर करते हुए कहा कि वे भारतीयों के हितों को ध्यान में रखेंगे और कोशिश करेंगे कि इस फैसले का उनपर कम प्रभाव पड़े। 

अमेरिका ने भारत से यह भी कहा कि इस फैसले के कार्यान्वयन से संबंधित विस्तृत दिशा-निर्देश जारी होने अभी बाकी है। आव्रजन एजेंसी ने कहा कि मौजूदा समय में जो छात्र अमेरिका में इन पाठ्यक्रमों में पंजीकृत है उन्हें अपने देश लौट जाना चाहिए या वैधता बनाए रखने या आव्रजन नियमों के तहत संभावित कार्रवाई से बचने के लिए अन्य उपाय जैसे उन स्कूलों में स्थानांतरण कराना चाहिए जहां पारंपरिक कक्षाओं में पढ़ाई हो रही है।

अमेरिका के प्रमुख शिक्षाविदों और सांसदों ने देश में डिग्री पाठ्यक्रमों में हिस्सा ले रहे विदेशी विद्यार्थियों को देश के बाहर निकालने के लिए बनाये गये दिशानिर्देश पर तीखी प्रतिक्रिया दी है और इसे ‘भयावह’ और ‘क्रूर’ बताया है। ये दिशानिर्देश उस परिस्थिति के लिए बनाये गये हैं जब विश्वविद्यालय ऐसे पाठ्यक्रमों को ऑनलाइन पढ़ाना शुरू करते हैं जिनमें विदेशी विद्यार्थी पढ़ रहे हैं। 

आव्रजन एवं सीमा शुल्क प्रवर्तन (आईसीई) ने सोमवार को घोषणा की कि अमेरिका में पढ़ाई कर रहे विदेशी विद्यार्थियों को तब देश छोड़ना होगा या उन्हें निर्वासित होने के जोखिम का सामना करना होगा जब उनके विश्वविद्यालय सितंबर से दिसंबर के सेमेस्टर के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर देते हैं। इस निर्णय से अमेरिका में पढ़ रहे हजारों भारतीय विद्यार्थियों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। 

Web Title: India raises immigrant students F1 visa issue with US during talks

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