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भारत ने अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी आयात शुल्क लगाने की समयसीमा 16 जून तक बढ़ाई

By भाषा | Updated: May 15, 2019 05:31 IST

वित्त मंत्रालय की इस संबंध में जारी अधिसूचना में कहा गया है कि अमेरिका से आयात होने वाले विनिर्दिष्ट उत्पादों पर बढ़ा आयात शुल्क अमल में लाने की समय सीमा को इस साल 16 मई से बढ़ाकर 16 जून कर दिया गया है।

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ठळक मुद्देभारत सरकार ने अमेरिका से आयात किये जाने वाले उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगाने की समयसीमा एक बार फिर आगे बढ़ाकर 16 जून कर दी है। अमेरिका ने पिछले साल भारत सहित कई देशों से आयात होने वाले इस्पात और एल्यूमीनियम के उत्पादों पर ऊंचा सीमा शुल्क लगा दिया था। भारत ने जवाबी सीमा शुल्क पर अमल आगे के लिये टालने का फैसला ऐसे समय किया है जब अमेरिका ने भारतीय निर्यातकों को दी गई सामान्यीकृत तरजीही व्यवस्था (जीएसपी) के फायदों को वापस लेने का फैसला किया है।

भारत सरकार ने अमेरिका से आयात किये जाने वाले उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगाने की समयसीमा एक बार फिर आगे बढ़ाकर 16 जून कर दी है। भारत ने अखरोट, बादाम और दाल सहित अमेरिका से आयात होने वाले 29 उत्पादों की शुल्क बढ़ाने के लिये पहचान की है। वित्त मंत्रालय की इस संबंध में जारी अधिसूचना में कहा गया है कि अमेरिका से आयात होने वाले विनिर्दिष्ट उत्पादों पर बढ़ा आयात शुल्क अमल में लाने की समय सीमा को इस साल 16 मई से बढ़ाकर 16 जून कर दिया गया है।जून 2018 के बाद से इस समय सीमा को कई बार बढ़ाया गया है। अमेरिका ने पिछले साल भारत सहित कई देशों से आयात होने वाले इस्पात और एल्यूमीनियम के उत्पादों पर ऊंचा सीमा शुल्क लगा दिया था। इसी के जवाब में भारत ने भी अमेरिका से आयात होने वाले कुछ उत्पादों पर सीमा शुल्क बढ़ाने का फैसला किया लेकिन इसे अभी तक लागू नहीं किया गया है।भारत ने जवाबी सीमा शुल्क पर अमल आगे के लिये टालने का फैसला ऐसे समय किया है जब अमेरिका ने भारतीय निर्यातकों को दी गई सामान्यीकृत तरजीही व्यवस्था (जीएसपी) के फायदों को वापस लेने का फैसला किया है। अमेरिका ने इस मामले में 60 दिन का नोटिस दिया था जो कि दो मई को समाप्त हो गया लेकिन अभी तक प्रणाली के तहत दिये गये लाभ वापस नहीं लिये गये।

अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विलबर रॉस और वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु की यहां छह मई को द्विपक्षीय बैठक हुई जिसमें व्यापार से जुड़े मुद्दों पर बातचीत हुई। अमेरिका मानता है कि भारत में कागज और हर्ले डविडसन मोटरसाइकिल जैसे उसके उत्पादों पर ऊंचा आयात शुल्क लगाया जाता है। अमेरिका भारत में अपने कृषि उत्पादों, डेयरी सामान, चिकित्सा उपकरणों के लिये शुल्कों में कटौती चाहता है।

दूसरी तरफ भारत चाहता है कि अमेरिका उसके इस्पात और एल्यूमीनियम उत्पादों पर लगाया गया ऊंचा शुल्क वापस ले तथा कृषि, आटोमोबाइल कलपुर्जों के लिये अमेरिका बाजार को अधिक खुला बनाये। 

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