मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कोरोना को लेकर लगातार केंद्र सरकार को घेर रहे हैं। इस कोशिश में कमलनाथ विवादित बयान देकर खुद घिर गए हैं। सतना जिले के मैहर में कमलनाथ ने कहा कि भारत महान नहीं, भारत बदनाम है। उन्होंने कहा कि सभी देशों ने रोक लगा रखी है कि भारत के लोग नहीं आ सकते हैं।
कांग्रेस नेता ने मैहर के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत की। जिसमें उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार और प्रदेश की शिवराज सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आंकड़े छिपा रही है। साथ ही शिवराज सरकार को भी कोरोना को लेकर कटघरे में खड़ा करने की कोशिश की।
उन्हांने कहा कि भारत महान नहीं, मेरा भारत बदनाम है। सभी देश के लोग भारत से जाने वाले लोगों को रोक रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी ने मुझे न्यूयॉर्क से फोन कर बताया कि भारत के जो लोग टैक्सी चला रहे हैं, उनकी टैक्सी में कोई बैठ ही नहीं रहा है।
कैलाश विजयवर्गीय ने दिया जवाब
इसके बाद भाजपा ने कमलनाथ के प्रति हमलावर रुख अख्तियार किया है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने एक ट्वीट कर कहा कि मेरा भारत महान था, महान है और महान ही रहेगा, लेकिन चीनी दिमाग से सोचने और इटालियन चश्मे से देखने वालों को यह नजर नहीं आएगा। आप जैसों को तो गोस्वामी तुलसीदास जी कहकर गये हैं कि ‘जाको प्रभु दारुण दुःख देही, ताकि मति पहले हर लेही।‘
शिवराज सिंह ने दी कड़ी प्रतिक्रिया
साथ ही मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कमलनाथ के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि इस पर सोनिया गांधी को जवाब देना चाहिए। क्या आप कमलनाथ के बयान से सहमत हो? सत्ता जाने के बाद लगता है कि कमलनाथ ने मानसिक संतुलन खो दिया है। कमलनाथ ने इसी धरती पर जन्म लिया और कह रहे हैं कि भारत बदनाम है। पंडित जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी क्या वे ऐसी कांग्रेस चाहते थे।