भारत में कृष्ण के नाम पर हैं 3309 गांव, जानिए राम के नाम पर हैं कितने गांव, एक प्रदेश में राम-कृष्ण के नाम पर नहीं एक भी गांव
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 30, 2021 19:16 IST2021-08-30T19:14:16+5:302021-08-30T19:16:52+5:30
साल 2011 तक भगवान राम के नाम पर 3636 और भगवान कृष्ण के नाम पर 3309 गांव थे।

गांव के नाम रखने में देवी-देवताओं से लेकर महान हस्तियों तक के नामों का इस्तेमाल किया जाता है।
नई दिल्लीः भारत में गांवों के नामकरण में भगवान के नामों को सर्वोच्च वरीयता दी जाती थी। 70 प्रतिशत जनसंख्या गांव में निवास करती है। गांव के नाम रखने में देवी-देवताओं से लेकर महान हस्तियों तक के नामों का इस्तेमाल किया जाता है।
2011 में हुई जनगणना में कई बातें सामने आई थी। इंडियन एक्सप्रेस की 2011 की जनगणना में 6 लाख 77 हजार से अधिक गांवों की सूची का अध्ययन करने पर पता चला कि केरल को छोड़कर देश के लगभग सभी राज्यों में भगवान राम और कृष्ण के नाम पर एक गांव है।
गणेश के नाम पर 446 और सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक जी के नाम पर 35 विलेज
सूची में देखा जा सकता है कि साल 2011 तक भगवान राम के नाम पर 3636 और भगवान कृष्ण के नाम पर 3309 गांव थे। भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र लॉर्ड गणेश के नाम पर 446 और सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक जी के नाम पर 35 विलेज हैं।
नेपाल के नाम पर 40 और ढाका के नाम पर 28 गांव
सबसे मजेदार बात या है कि बंगाल के नाम से 92 विलेज हैं, एक भी पश्चिम बंगाल में नहीं है। सभी महाराष्ट्र, पंजाब और आंध्र प्रदेश में है। केरल के नाम पर 33 विलेज हैं। 17 प्रयाग, 41 काशी, 28 आगरा नाम के हैं। 189 गांवों के नाम बिहार राज्य से शुरू हैं। हालांकि 171 बिहार से बाहर हैं। पड़ोसी राज्य नेपाल के नाम पर 40 और ढाका के नाम पर 28 गांव हैं।
हनुमान के नाम पर 367 गांव हैं
47 गांवों के नाम बद्री से शुरू होते हैं। देश भर में 75 विलेज ऐसे हैं, जिसके नाम केदार से शुरू होता है। इनमें से अधिकतर गांव उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश और बिहार में स्थित हैं। रामायण के पात्र चरित्र के नाम पर भी गांवों का नाम हैं। 187 गांव के नाम भरत के नाम पर हैं, लक्ष्मण के नाम पर 160, माता सीता के नाम पर 75, हनुमान के नाम पर 367 गांव हैं। रावण के नाम पर भी देश में 6 गांव है।
भीम के नाम पर 385, अर्जुन के नाम पर 259 गांव हैं
रावण के पिता अहिरावण के नाम पर 3 है और सबसे बड़ी बात यह है कि रावण के भाई विभीषण के नाम पर देश में कोई गांव नहीं है। गांवों के नामकरण में भगवान कृष्ण सबसे पहले हैं। कुरुक्षेत्र के नाम पर कोई गांव नहीं है। जहां पर युद्ध हुआ था। 5 पांडव में सबसे बड़े युधिष्ठिर के नाम पर दो गांव हैं। भीम के नाम पर 385, अर्जुन के नाम पर 259 गांव हैं। उड़ीसा के गंजम जिले में भीष्म पितामह नाम का देश में एक ही गांव है।
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर 117
2011 की जनगणना के अनुसार देश को गुलामी से मुक्ति दिलाने वाले नायक के नाम पर भी गांव है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर 117, देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के नाम पर 72, पहली महिला पीएम इंदिरा गांधी के नाम पर 36, राजीव गांधी के नाम पर 19, संविधान निर्माता भीमराव आम्बेडकर के नाम पर 13 और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम पर 27 गांव हैं।
हैरानी की बात यह है कि देश के दूसरे पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नाम पर एक भी गांव नहीं है। उड़ीसा कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी आर बालकृष्णन पिछले कई सालों से ऐसे नामों पर शोध कर रहे हैं। मुगल शासक अकबर के नाम पर 234 गांव हैं।



