ड्रैगन ने लद्दाख में फिर दिखाई अकड़, गोगरा-हॉट स्प्रिंग से सैनिक नहीं हटाने पर अड़ा
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: April 15, 2021 10:47 PM2021-04-15T22:47:21+5:302021-04-15T22:48:24+5:30
पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रग्सिं, गोगरा और देपसांग के संघर्ष वाले क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे नहीं हटाएगा. उल्लेखनीय है कि रणनीतिक लिहाज से यह इलाका बेहद महत्वपूर्ण है.
नई दिल्लीः भारत-चीन सीमा विवाद का पेंच ड्रेगन की बेवजह की अकड़ के कारण फिर गरमाता दिख रहा है.
एक तरफ भारत जहां गतिरोध को कम करने की कोशिश कर रहा है तो चीन नित नये पैंतर आजमा रहा है. अब उसका कहना है कि वह पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रग्सिं, गोगरा और देपसांग के संघर्ष वाले क्षेत्रों से सैनिकों को पीछे नहीं हटाएगा. उल्लेखनीय है कि रणनीतिक लिहाज से यह इलाका बेहद महत्वपूर्ण है.
पिछले सप्ताह भारत और चीन के बीच 11वें दौर की सैन्य वार्ता के बाद चीन ने यह अड़ियल रुख अख्तियार किया है. लगभग 13 घंटे तक चली बातचीत में मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने गोगरा-हॉट स्प्रग्सि इलाकों में अप्रैल, 2020 से पहले वाली स्थिति पर वापस जाने से साफ इनकार कर दिया है.
यह कम था जो पीएलए ने भारतीय सेना को ही उल्टे विचार करने के लिए कुछ प्रस्ताव थमा दिए हैं. इस इलाके में दोनों तरफ के सैनिकों के पीछे हटने में कुछ और वक्त लगने की संभावना है. चीन चाहता है कि भारतीय सेना अब वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास पेट्रोलिंग पॉइंट पॉइंट 15 और 17ए पर उसकी नई स्थिति को स्वीकार करे.
साथ ही वह इन इलाकों में अप्रैल, 2020 से पहले की स्थिति पर जाने में भी टालमटोल कर रहा है. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि गोगरा-हॉट स्प्रग्सिं इलाकों में चीन के करीब 60 सैनिक अप्रैल, 2020 की स्थिति से आगे मौजूद हैं. इस इलाके को लेकर बातचीत पूरी होने के बाद ही देपसांग इलाके में भारतीय सेना के पट्रोलिंग अधिकारों के मुद्दे पर आगे बढ़ा जाएगा. यह मुद्दा साल 2013 से बना हुआ है.