स्वतंत्रता दिवस पर इन मैसेज, शेर और संदेशों से दे बधाई और शुभकामनाएँ
By लोकमत समाचार हिंदी ब्यूरो | Published: August 14, 2018 07:39 AM2018-08-14T07:39:44+5:302018-08-14T07:39:44+5:30
हर भारतीय के लिए 15 अगस्त का दिन बेहद खास है। आज ही के दिन 1947 में हमारे देश को करीब 200 सालों की गुलामी क...
हर भारतीय के लिए 15 अगस्त का दिन बेहद खास है। आज ही के दिन 1947 में हमारे देश को करीब 200 सालों की गुलामी के बाद ब्रिटिश राज से आजादी मिली थी। देश को आजाद कराने के लिए भारत माँ के अनगिनत बेटे-बेटियों ने अपने प्राणों की कुर्बानी दी। लाखों-लाख भारतीयों ने इस धरती को आजाद कराने के लिए अपना तन-मन-धन वार दिया जिसके परिणाम स्वरूप हम आज एक संप्रभु स्वतंत्र लोकतांत्रिक देश में रह रहे हैं। स्वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को बधाई देने के लिए आप नीचे दिए गए संदेशों, गीतों, शेरों का इस्तेमाल कर सकते हैं। लोकमत न्यूज की तरफ से सभी पाठकों को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई।
1- मैं भारत वर्ष का हरदम अमिट सम्मान करता हूं,
यहां कि सुनहरी मिट्टी का गुणगान करता हूं,
मुझे चिंता नही है, स्वर्ग जाकर मोक्ष पाने कि
तिरंगा हो कफन मेरा बस यही अरमान रखता हूं.
2- कुछ नशा तिरंगे की आन का है,
कुछ नशा मातृभूमि की मान का है,
हम लहराएंगे हर जगह इस तिरंगे को,
ऐसा नशा ही कुछ हिंदुस्तान की शान का हैं.
3- इतनी सी बात हवाओं को बताए रखना,
रौशनी होगी चिरागों को जलाये रखना,
लहू लेकर की है जिसकी हिफाजत हमनें,
ऐसे तिरंगे को दिल में हमेशा बसाए रखना.
4- आजादी की कभी शाम नही होने देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बदनाम नही होने देंगे,
बची हो जो एक बूंद भी लहू की,
तब तक भारत माता का आंचल निलाम नही होंगे देंगे.
5- वतन हमारा ऐसा है, की कोई छोड़ पाए न,
रिश्ता हमारा ऐसा है, की कोई तोड़ पायें न,
दिल हमारा एक है, एक हमारी जान हे,
हिंदुस्तान हमारा है और हम इसकी शान हैं.
6- खुशनसीब होते है वो लोग, जो इस देश पर कुर्बान होते है,
जान गवां कर भी वो लोग अमर हो जाते है,
करते हैं सलाम उन देश प्रेमियों को, जिनके कारण इस तिरंगे का मान होता है.
7- दुश्मनी के लिए यह याद नहीं रहता,
वतन मेरा दोस्ती पर कुर्बान है,
नफरत पाले कोई उड़ान नहीं भरता,
दिलों में चाहत ही मेरे वतन की शान है.
8- शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मर मिटनेवालों का बाकी यही निशां होगा.
9- खून से खेलेंगे होली अगर वतन मुश्किल में है,
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है.
10- जो अब तक न खोला वो खून नहीं पानी है,
जो देश की काम ना आये, वो बेकार जवानी है.