पटना: बिहार में मुजफ्फरपुर जिले के सकरा थाना अंतर्गत नवलपुर मिश्रौलिया गांव से एक हृदय विदारक घटना सामने आई है, जहां कर्ज और गरीबी के बोझ तले दबे एक मजबूर पिता, अमरनाथ राम ने अपने पांच बच्चों के साथ रविवार की देर रात फंदे पर झूल गया। गनीमत रही कि दोनों बेटे छटपटाने लगे और उनकी रस्सी ढीली पड़ गई, जिससे उनकी जान बच गई। इस भयावह घटना में पिता और उसकी तीन बेटियों की मौत हो गई, लेकिन ‘कुदरत का करिश्मा’ कहें या संयोग, दो बेटों की जान चमत्कारिक रूप से बच गई। अमरनाथ राम एक दिहाड़ी मजदूर था।
बताया जा रहा है कि उसकी पत्नी लंबे समय से बीमार थी, जिसके इलाज के लिए उसने भारी कर्ज ले रखा था। पत्नी की मृत्यु के बाद अमरनाथ पर पांच बच्चों के पालन-पोषण और कर्ज चुकाने का भारी दबाव था। इसी हताशा में उसने एक ‘डेथ डायरी’ जैसी योजना बनाई और खुद के साथ पांचों बच्चों को फंदे पर लटका दिया। पुलिस जांच में जो बात सामने आई, वह रोंगटे खड़े कर देने वाली है। अमरनाथ ने सभी के लिए फंदे तैयार किए थे, लेकिन घर में रस्सियों की कमी थी।
बेटियों के लिए उसने मजबूत रस्सियों का इंतजाम किया, लेकिन बेटों के लिए उपयोग की गई रस्सियां कमजोर रह गईं। जब पांचों बच्चे फंदे पर झूलकर छटपटाने लगे, तो दोनों बेटों की रस्सियां टूट गईं और उनके पैर जमीन से सट गए। अपनी आंखों के सामने पिता और तीन बहनों को दम तोड़ते देखना उन मासूमों के लिए किसी भयावह त्रासदी से कम नहीं था।
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और एफएसएल की टीम मौके पर पहुंची। कमरे से साक्ष्य जुटाए गए हैं। शुरुआती जांच में पुलिस इसे खुदकुशी का मामला मान रही है। पुलिस का कहना है कि बेटों की रस्सी कमजोर होने के कारण वे मौत के मुंह से सुरक्षित बाहर आ सके। फिलहाल दोनों बच्चे सदमे में हैं। इस हृदय विदारक घटना के बाद पूरे गांव में मातम पसरा है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।