कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बीच जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में एक ऐसा मामला सामने आया है, जहां लोगों ने कोरोना से हुए एक शख्स की मौत के बाद उसके अंतिम संस्कार का विरोध किया। कोरोना संक्रमण से एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी लेकिन उनके अंतिम संस्कार के लिए परिवार को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।
यही नहीं भीड़ ने उनपर पत्थर और लाठी-डंडों से हमला कर दिया। ऐसे में परिवार को जलती चिता को बुझाकर अधजला शव को लेकर वहां से भागना पड़ा। मामला दोमाना का है जहां परिवार वाले अंतिम संस्कार के लिए पहुंचे थे।
रिपोर्ट के मुताबिक बाद में प्रशासन की मौजूदगी में गोल गांव में स्थित श्मशान घाट पर नियमों के अनुसार शव का अंतिम संस्कार किया गया। हालांकि, पुलिस और प्रशासन ने ऐसी घटी किसी घटना से साफ इंकार कर दिया है। बता दें कोरोना से मरने वाले 72 बुजुर्ग रिटायर्ड टीजर थे। सोमवार को जीएमसी जम्मू में कोरोना के कारण उनकी मौत हो गई थी। मंगलवार को अधिकारी और मेडिकल टीम के साथ सुबह के समय शव को लेकर दोमाना क्षेत्र पहुंचे। एंबुलेंस में शव के साथ मृतक के दो बेटे और पत्नी और अन्य कुछ लोग भी थे। सब ने पूरी सावधानी बरती थी।
वहीं जम्मू-कश्मीर में कोरोना संक्रमण की बात करें तो जम्मू कश्मीर में अब तक 33 लोगों की कोरोना के संक्रमण की वजह से मौत हुई है। मंगलवार को कोरोना के सामने आए मामलों में 13 गर्भवती महिलाएं भी शामिल हैं। जम्मू-कश्मीर में कुल संक्रमितों की संख्या 2,718 हो गई है। जबकि 953 संक्रमण से ठीक हो चुके हैं। कोरोना के मामलों में रोजाना बढ़ोतरी देखने को मिल रही है।