मथुरा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि भारत की आजादी के अमृतकाल में पहली बार देश गुलामी की मानसिकता से बाहर निकला है और अपनी विरासत पर गर्व की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है। वह कवि और भगवान कृष्ण भक्त की 525वीं जयंती मनाने के लिए यहां आयोजित 'मीराबाई जन्मोत्सव' को संबोधित कर रहे थे।
मोदी ने कहा, "आज भारत की आजादी के अमृतकाल में पहली बार देश गुलामी की मानसिकता से बाहर आया है।" उन्होंने कहा, "हमने लाल किले से 'पंच प्रण' का संकल्प लिया है। हम अपनी विरासत पर गर्व की भावना के साथ आगे बढ़ रहे हैं।" उन्होंने मीराबाई का जिक्र करते हुए कहा, 'हमारा देश हमेशा नारी शक्ति की पूजा करने वाला देश रहा है।'
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने कहा, ''हम अपनी विरासत पर गर्व करते हुए आगे बढ़ रहे हैं। काशी में विश्वनाथ धाम पूरे वैभव के साथ हमारे सामने है, उज्जैन का महाकाल मंदिर भव्य है। अब अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन की तारीख तय हो गई है। विकास की इस कड़ी में मथुरा और ब्रज भी पीछे नहीं रहेंगे। जल्द ही और भी दिव्यता के साथ दर्शन होंगे।"
इस कार्यक्रम में अभिनेत्री और मथुरा से भाजपा सांसद हेमा मालिनी ने नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। हेमा मालिनी ने कहा, "मैं जब से यहां सांसद बनकर आई हूं तब से मैंने देखा है कि बहुत से साधू-संतों के स्थल बने है लेकिन मीराबाई के बारे में कहीं कुछ नहीं है। मैंने पीएम मोदी से अपना दुख प्रकट किया तो उन्होंने तुरंत इस बात को माना और आज मीराबाई के लिए यह समारोह हो रहा है।"
मोदी ने मीराबाई के सम्मान में एक स्मारक डाक टिकट और सिक्का भी जारी किया और एक सांस्कृतिक कार्यक्रम में भाग लिया, जिसमें हेमा मालिनी ने प्रस्तुति दी। कार्यक्रम में शामिल होने से पहले प्रधानमंत्री ने मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर में पूजा-अर्चना की।