भारत और पाकिस्तान के हालिया तनाव के बीच F-16 विमान चर्चा में रहा. 1980 के दशक में अमेरिका से प्राप्त हुए विमान को पाकिस्तान ने बीते दिनों भारत के मिलिट्री ठिकानों पर हमला करने के लिए इस्तेमाल किया लेकिन विंग कमांडर अभिनंदन ने भारतीय वायु सेना के मिग-21 बाईसन से पाकिस्तानी मंसूबों पर पानी फेर दिया. इस बीच अमेरिकी विमान की खूब चर्चा हुई और अमेरिका ने भी भारत के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए पाकिस्तान को जमकर लताड़ लगाई है. क्योंकि अमेरिका से पाकिस्तान को यह विमान आतंकवादियों के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए दिया था.
F-16 विमान पाकिस्तान के वायु सेना के बेड़े में सबसे अत्याधुनिक फाइटर विमान है. यह विमान अमेरिकी कंपनी लॉकहीड मार्टिन बनाती है और अब खुद कंपनी ने इस बात की जानकारी दी है कि भारत को अपग्रेडेड F-21 विमान मुहैया करवाया जायेगा. F-21 का निर्माण मोदी सरकार की महत्वकांक्षी योजना 'मेक इन इंडिया' के तहत हो रही है. लॉकहीड मार्टिन के साथ इस प्रोजेक्ट में टाटा उसकी भारतीय साझेदार है.
भारत इस बीच फ्रांस से राफेल विमान की डील को लेकर अंतिम चरण में पहुंच चुका है जिसके बाद भारतीय वायु सेना की ताकत में कई गुना बढ़ोतरी हो जाएगी. राफेल के साथ F-21 के विमान के वायु सेना के बेड़े में शामिल होने से भारत दो मोर्चों पर लड़ाई लड़ने में सक्षम हो जायेगा. भारत सरकार लॉकहीड मार्टिन के साथ 18 अरब डॉलर का करार करने वाली है जिसके तहत 115 फाइटर विमान भारतीय वायु सेना को मिलेंगे जो मिग-21 की जगह लेंगे.
F-21 पांचवी पीढ़ी का लड़ाकू विमान है. कंपनी ने शुरुआत में दावा किया था कि भारत इसके साथ F-35 विमान भी खरीदने वाला है जो इस सीरीज का सबसे अपग्रेडेड वर्जन है. लेकिन बाद में कंपनी ने इस दावे को अपने वेबसाइट से हटा लिया.
F-16 पर भारी पड़ेगा F-21
- F-16 विमान से F-21 विमान कई मामलों में बेहतर है. इसमें कॉकपिट को अपग्रेड किया गया है और राडार सेंसर को अपग्रेड किया गया है. विमान में इंधन को आसमान में ही भरा जा सकेगा और इन्फ्रारेड सेंसर के कारण यह विमान दुश्मनों के राडार को चकमा देने में सक्षम होगी. कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि यह भारतीय वायु सेना के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण साबित होने वाली है.