IAF Air Strikes after Pulwama Terrorist Attack in Balakot Latest News: बीती 14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में 26 फरवरी भारतीय वायुसेना द्वारा अंजाम दी गई एयर स्ट्राइक को लेकर विदेशी मीडिया में लगातार सवाल उठ रहे हैं। अब समाचार एजेंसी Reuters ने एक प्राइवेट सैटेलाइट से मिली तस्वीरों के हवाले से लिखा है भारत ने जहां बमबारी की वहां के मदरसा की इमारतें सैटेलाइट तस्वीरों में अबतक खड़ी दिखाई दे रही हैं। रॉयटर्स ने सैनफ्रांसिसको के एक प्राइवेट सैटेलाइट ऑपरेटर Planet Labs Inc द्वारा जारी तस्वीरों के हवाले से लिखा है कि एयर स्ट्राइक के बाद तस्वीरों में मदरसा के पास चार इमारतें दिखाई दे रही हैं जो चार मार्च की हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी तक इस हमले की हाई रिज्योल्यूशन वाली तस्वीर सार्वजनिक तौर पर उपलब्ध नहीं हैं लेकिन प्लानेट लैब्स की तस्वीरों में 72 सेंटीमीटर (28 इंच) की तस्वीर में जो डिटेल है, उसमें वह ढांचा साफ दिखाई दे रहा है जिसे उड़ाने का दावा भारत ने किया। रिपोर्ट के मुताबिक अप्रैल 2018 में सैटेलाइट से ली गई तस्वीर और इसमें किसी तरह का अंतर नहीं है।
रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि ''मदरसा के आसापास की इमारतों की छतों में कोई भी सुराख नहीं दिखाई दे रहे हैं, झुलसने के निशान नहीं हैं, उड़ाई गई दीवारों, विस्थापित पेड़ों के कोई निशान या हवाई हमले के अन्य संकेत नहीं दिखाई दे रहे हैं।'' रिपोर्ट में कहा गया है कि तस्वीरें भारत के प्रधानमंत्री के उन दावों पर संदेह खड़ा करती हैं जो उन्होंने 26 फरवरी की एयर स्ट्राइक को लेकर किए, जिनमें कहा कि पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोटो के जावा गांव में वायुसेना ने निर्धारित लक्ष्य पर हमला किया।
बता दें कि इससे पहले विदेश सचिव विजय गोखले ने एक प्रेस क्रॉन्फ्रेंस में दावा किया था कि बालाकोट स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सबसे बड़ा कैंप भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक में ध्वस्त कर दिया गया। उन्होंने इस हमले में जैश के आतंकियों, कमांडरों और आकाओं के भारी संख्या में मारे जाने का दावा किया था।
रायटर्स ने यह भी लिखा है कि भारत के विदेश और रक्षा मंत्रालयों ने पिछले कुछ दिनों में भेजे गए ईमेल के सवालों का जवाब नहीं दिया, जो सैटेलाइट तस्वीरों के आधार पर किए गए हैं, या तो वे हवाई हमले पर अपने आधिकारिक बयानों को कम आंकते हैं। समाचार एजेंसी ने प्राइवेट सैटेलाइट की तस्वीरों पर कुछ एक्सपर्ट्स की राय भी प्रकाशित की है जिनमें वे भारत के दावे वाली जगह पर किसी नुकसान से इनकार कर रहे हैं।
बता दें कि विदेशी मीडिया में भारतीय वायुसेना की एयर स्ट्राइक को लेकर उठाए जा रहे सवालों को लेकर मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस के कुछ नेता मोदी सरकार से हवाई हमले में मारे गए आतंकवादियों के आंकड़े की मांग कर रहे हैं। एयर स्ट्राइक में मारे गए आतंकवादियों का आंकड़ा मांगने वालों की फेहरिस्त में कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह, कपिल सिब्बल और नवजोत सिंह सिद्धू सबसे आगे हैं। मोदी सरकार ने भी पलटवार करते हुए कहा है कि विपक्ष की बातों पर पाकिस्तान में तालियां बज रही हैं।
वहीं, सरकार में विदेश राज्य मंत्री और पूर्व थलसेना अध्यक्ष वीके सिंह ने बुधवार (6 मार्च) को ट्वीट कर जवाब दिया, ''रात 3.30 बजे मच्छर बहुत थे, तो मैंने हिट मारा। अब मच्छर कितने मारे, ये गिनने बैठूँ, या आराम से सो जाऊँ?''
इससे पहले भी समाचार एजेंसी रॉयटर्स अपनी ग्राउंड जीरों रिपोर्ट के आधार पर भी कह चुकी है कि उसके पत्रकारों ने जब हमले वाली जगह पर जाकर ग्रामीणों से बात की तो किसी के हताहत होने की बात सामने नहीं आई। ग्रामीणों ने कहा था कि कुछ पेड़ जरूर झुलसे और एक कौआ मरा लेकिन कोई इंसान हवाई हमले में नहीं मरा।