कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दीघा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रामनवमी और इसके बाद हुई बंगाल में हिंसा को लेकर भाजपा पर जमकर हमला बोला। उन्होंने बीजेपी पर दंगा कराने का आरोप लगाया। अपने भाषण में मुख्यमंत्री ने कहा, मुझे हर समय सतर्क रहना पड़ता है कि कहीं बीजेपी दंगे न भड़काए। वे नहीं समझते कि बंगाल के लोग हिंसा पसंद नहीं करते।
उन्होंने कहा कि दंगा करना बंगाल की संस्कृति नहीं है। हम दंगा नहीं करते, आम जनता दंगे नहीं भड़काती। सीएम ने कहा, जब भाजपा अपने दम पर नहीं कर सकती, तो वह दंगा भड़काने के लिए लोगों को भाड़े पर लेती है।
उन्होंने कहा कि रामनवमी में जिन युवाओं के हाथों में हथियार नजर आते थे, माकपा वही करती थी। अत्याचार भूल गए क्या सीपीआई (एम) का?" दीघा में सीएम ने कहा, क्या आप नंदीग्राम, खेजुरी, कोलाघाट, तमलुक की घटनाओं को भूल गए? सीपीआई(एम) बड़े-बड़े दावे करती है, आज बीजेपी ने सीपीआई(एम) से सीखकर यह रास्ता चुना है।
भारतीय जनता पार्टी पर गंभीर आरोप लगाते हुए बंगाल सीएम ने कहा कि ये (भाजपा) लोग रामनवमी की शोभायात्रा में राम का नाम बदनाम करने के लिए हावड़ा में बुलडोजर लेकर गए, ट्रैक्टर और बंदूक लेकर गए, इनके पास पुलिस की इजाज़त नहीं थी। ज़बरदस्ती इन्होंने फल-सब्जी की दुकाने जला दी, लोगों के घर जला दिए। हावड़ा में शांति हुई तो दूसरे दिन ये (भाजपा) लोग रिशड़ा चले गए। ये लोग धर्म के नाम पर धर्म को बदनाम कर रहे हैं।
वहीं पश्चिम बंगाल भाजपा महासचिव ज्योतिर्मय सिंह महतो ने मुख्यमंत्री पर पलटवार करते हुए कहा कि ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल में सरकार चलाने में नाकामयाब है इसलिए वो कुछ भी बोल रही हैं। तो वो अपनी नाकामयाबी न छुपाए। उन्हें तो तत्काल अपना पद छोड़ देना चाहिए। वो सरकार में हैं इसलिए कुछ भी नहीं कर सकती हैं।