2019 के लोकसभा चुनाव में चाहे जो हो, इस मामले में राहुल पीएम मोदी पर पड़ चुके हैं भारी
By पल्लवी कुमारी | Published: September 26, 2018 07:34 AM2018-09-26T07:34:41+5:302018-09-26T07:34:41+5:30
प्रधानमंत्री यूं तो एक ग्लोबल लीडर के तौर पर जाने जाते हैं और उनकी तुलना में राहुल गांधी अभी कच्चे खिलाड़ी दिखते हैं लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष की छवि काफी सुधरती जा रही है।
नई दिल्ली, 26 सिंतबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत नहीं बल्कि विश्व के सोशल मीडिया स्टार हैं। पीएम मोदी के 2012 में 9 लाख फॉलोअर्स थे, ये आकड़ा 2014 में लोकसभा चुनाव जीतने के बाद ऐसा बढ़ा कि 2015 तक पीएम मोदी विश्व के तीसरे सबसे फॉलोअर्स वाले नेता बन गए है। Twiplomacy अध्ययन के मुताबिक पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा( 56, 933, 515) पहले स्थान पर थे। वहीं दूसरे स्ठान पर पोप फ्रान्सिस( 19, 580, 910) दूसरे नंबर पर थे। तीसरे नंबर पर नरेन्द्र मोदी ( 10, 902, 510) थे। आज ( 25 सितंबर 2018) पीएम मोदी दुनिया ट्विटर पर फॉलोअर्स 44 मिलियन है। लेकिन हाल ही में मिशिगन यूनिवर्सिटी में हुए रिसर्च के मुताबिक राहुल गांधी रिट्वीट के मामले में पीएम मोदी को लगातार करारी टक्कर दे रहे हैं।
रिसर्च में हुए ये खुलासे
रिसर्च में यह बात सामने आई कि भले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ऑनलाइन फॉलोइंग बहुत अधिक हो लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि राहुल गांधी के ट्वीट्स को सबसे ज्यादा रिट्वीट किया गया है। मिशिगन यूनिवर्सिटी रिसर्च के मुताबिक जनवरी 2018 से अप्रैल 2018 के बीच भारतीय राजनेताओं के जिन 15 ट्वीट्स को सबसे ज्यादा रिट्वीट किया गया उनमें से ग्यारह हिन्दी भाषा में थे। इस स्टडी 274 राजनेताओं और उनके राजनीतिक ट्विटर एकाउंट का विश्लेषण किया गया था। इस स्टडी में उन्हीं राजनेताओं के एकाउंट को शामिल किया गया जिनकी पार्टी में पोजिशन या पोस्ट थी और जिनके 50 हजार से ज्यादा फॉलोवर्स थे।
राहुल की तुलना में पीएम मोदी पिछड़े
रिसर्च के मुताबिक, जनवरी 2018 से अप्रैल 2018 बीच, राहुल गांधी के ट्वीट की औसत गिनती पीएम नरेंद्र मोदी के साथ-साथ अन्य प्रमुख भारतीय राजनेताओं की औसत प्रतिक्रियाओं की तुलना में लगातार अधिक बढ़ रही थी। रिसर्च में इस बात की पुष्टि ऐसे की गई है कि कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष का ट्विटर पर केवल 7.6 मिलियन पर फॉलोअर्स हैं, जबकि पीएम मोदी के फॉलोअर्स 44 मिलियन है। लेकिन फिर भी जिस हिसाब से राहुल गांधी के ट्वीट को रिट्वीट किया जा रहा है वह उनके 7.6 मिलियन फॉलोअर्स को देखते हुए पीएम मोदी के ट्वीट के रिट्वीट से बेहतर है।
हिन्दी भाषा के ट्वीट लोकप्रिय
मिशिगन यूनिवर्सिटी की रिसर्च में यह भी बात सामने आई कि भारत में अंग्रेजी की तुलना में हिन्दी भाषा में किए गए ट्वीट के शेयर होने की संभावना काफी ज्यादा रहती है। मिशिगन यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ इंफॉर्मेशन में बतौर असिस्टेंट प्रोफेसर काम कर रहे जॉयोजीत पॉल (Joyojeet Pal) और पीएचडी स्टूडेंट लिया बोजार्ट ( Lia Bozarth) ने इस रिसर्च को किया है।
क्यों मिले राहुल को अधिर रिट्विट
मिशिगन के रिसर्चर जॉयोजीत पॉल के मुताबिक 'राहुल गांधी के ट्वीट को ज्यादा रिट्वीट, इसलिए मिले हैं क्योंकि वह हिंदीं में थे। ज्यादातर ट्वीट काफी आक्रामक होते हैं। वह अपने ट्वीट में ज्यादा लंबे शब्दों के अलावा वन-लाइनर्स लिखना ज्यादा पसंद करते हैं। इसके साथ ही राहुल गांधी शब्दों को तोड़-मोड़कर और तुकबंदी के साथ बेहतर तरीके से पेश करते हैं।' इसी की तुलना में लेखकों ने आर्थिक और राजनीतिक साप्ताहिक जर्नल में लिखा है, " पीएम मोदी के ट्वीट राहुल गांधी की तुलना में काफी सपाट है। जो लगातार 2017 से ऐसा हो रहा है।
इस बात को साबित करने के लिए मिशिगन के रिसर्चर ने राहुल गांधी के 2017 के एक ट्वीट का उदारहण भी पेश किया है। ये ट्वीट नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा जीएसटी लागू करने पर कहा था। आप भी देखिए वो ट्वीट
2014 के लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया बीजेपी के लिए एक सहायक के तौर उभरी थी। लेकिन बाद में सोशल मीडिया बीजेपी के लिए सिरर्ददी का भी कारण भी बनी। जिस तरह से केंद्र सरकार जीएसटी, पेट्रोल या डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी, विधानसभा चुनावों जैसे कई मुद्दों पर बीजपी सवालों के घेरे में आ गई थी। खासकर कर्नाटक और गुजरात विधान सभा चुनाव के बाद सोशल मीडिया पर आए प्रतिक्रिया बीजेपी के लिए परेशानी का सबब भी बनी थी। मौजूदा हालात को देखते हुए तो यही लग रहा है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में सोशल मीडिया बीजेपी के लिए उतनी खास साबित नहीं होगी।