Watch: अमृतपाल सिंह ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पंजाब पुलिस को ऐसे दिया झांसा, वीडियो देखें
By रुस्तम राणा | Published: March 21, 2023 09:41 PM2023-03-21T21:41:16+5:302023-03-21T21:43:42+5:30
CCTV फुटेज में अमृतपाल सिंह एक ब्रेजा एसयूवी से बाहर निकलते दिख रहा है, उसके बगल में दो मोटरसाइकिल सवार दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दिखाया गया है कि अमृतपाल सिंह दो में से एक बाइक पर सवार होते हैं। दोनों बाइक तुरंत वहां से निकल जाती हैं।
चंडीगढ़: खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंहपंजाब पुलिस की गिरफ्तारी से लगातार बच रहा है। पुलिस ने 'वारिस पंजाब दे' प्रमुख को पकड़ने के लिए पूरी तरह से तलाशी शुरू कर दी है और अन्य राज्यों से भी मदद ले रही है।
मंगलवार को पंजाब पुलिस के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) सुखचैन सिंह गिल ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने घटनाओं का पूरा क्रम बताया कि कैसे खालिस्तानी उपदेशक ने पुलिस को चकमा दे दिया। अब कई सीसीटीवी वीडियो पुलिस के दावे की पुष्टि करते हुए सामने आए हैं।
CCTV फुटेज में अमृतपाल सिंह एक ब्रेजा एसयूवी से बाहर निकलते दिख रहा है, जिस कार में वह यात्रा कर रहा था, उसके बगल में दो मोटरसाइकिल सवार दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में दिखाया गया है कि अमृतपाल सिंह दो में से एक बाइक पर सवार होता है। दोनों बाइक तुरंत वहां से निकल जाती हैं।
पंजाब पुलिस के मुताबिक, सिंह अपने साथियों की मदद से ब्रेजा कार में मेहतपुर से भाग गया था। अपनी पोशाक बदलने और शर्ट और पतलून पहनने से पहले वह नंगल अंबियन गांव के एक गुरुद्वारे में रुका था। जैसा कि सीसीटीवी फुटेज में दिख रहा है, वह ब्रेज़ा से मोटरसाइकिल पर चला गया और मौके से भाग गया। उसे भगाने में मदद करने वाले चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
अमृतपाल को महतपुर से भगाने में मदद करने वालों में शाहकोट के गांव नवां किला का मनप्रीत मन्ना (28), नकोदर के गांव बाल नौन का गुरदीप सिंह दीपा (34), बुलोवाल के गांव कोटला नोध सिंह का हरप्रीत सिंह हैप्पी (36) शामिल है. फरीदकोट के गांव गोइंदरा के होशियारपुर और गुरभेज सिंह उर्फ भेजा।
#WATCH | Locals of a Jalandhar village claim Khalistan sympathiser Amritpal Singh's presence in their village on March 18.
— ANI (@ANI) March 21, 2023
CCTV video sourced from local villagers in Jalandhar. Punjab police have not officially confirmed this. pic.twitter.com/752p6sL7n1
सिंह के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। उसके चाचा और ड्राइवर ने पहले ही आत्मसमर्पण कर दिया है और उन्हें असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया है। एक खुफिया अधिकारी के मुताबिक अमृतपाल सिंह को दुबई में रहने के दौरान पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने पैसे की पेशकश की थी। उसे पंजाब में उग्रवाद को पुनर्जीवित करने की साजिश के तहत भुगतान किया गया था।
भारत लौटने से पहले उसे आईएसआई द्वारा प्रशिक्षित करने के लिए जॉर्जिया भेजा गया था। पंजाब पुलिस ने कहा कि अमृतपाल सिंह 'आनंदपुर खालसा फौज' नाम से अपनी खुद की मिलिशिया खड़ा करने की कोशिश कर रहा था। पुलिस को उसके घर से बुलेटप्रूफ जैकेट और बंदूकें मिलीं।