जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में लैथापोरा सीआरपीएफ ट्रेनिंग कैंप में आतंकियों ने हमला कर दिया। इस हमले में पांच सुरक्षाकर्मियों की मौत हो गई। इस मुठभेड़ में रविवार को दो आतंकवादियों को मार गिराया गया है। सोमवार सुबह से सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और तीसरे आतंकी का शव भी बरामद कर लिया है। इसी के साथ ऑपरेशन खत्म हो गया है। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह कायराना हमला था। हमें अपने जवानों पर गर्व है। उनकी शहादत को जाया नहीं जाने दिया जाएगा।
सीपीआरएफ ट्रेनिंग कैंप की चार मंजिला इमारत में आतंकियों ने रात 2:10 बजे हमला किया था। पुलवामा के एसपी वैद के मुताबिक पहले एक जवान के शहीद होने और घायल तीन जवानों की हालत स्थिर होने की जानकारी थी, लेकिन बाद में 5 जवानों के शहीद होने की सूचना मिली।
सीआरपीएफ के प्रवक्ता राजेश यादव ने बताया कि दो आतंकियों की पहचान द्रूबगाम (पुलवामा) के मंजूर अहमद बाबा और नजीमपुरा (त्राल) के फरदीन अहमद खानडे के तौर पर हुई है। खानडे एक पुलिसकर्मी का बेटा है। तीसरे आतंकी का शव देर रात तक नहीं मिल पाया।
खास बात ये है कि इसी बिल्डिंग में सीआरपीएफ सेंटर का एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक भी है। उसमें सीआरपीएफ का कंट्रोल रूम भी है। इतना ही नहीं कैंप 185 बटालियन का मुख्यालय भी है और जम्मू कश्मीर पुलिस ने इस कैंप पर फिदायीन हमले की चेतावनी दी थी, लेकिन उस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। हाल ही में सुरक्षाबलों ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए जैश कमांडर नूर त्राली को मार गिराया था। इस हमले को उसी के बदले के रूप में देखा जा रहा है।