नई दिल्ली: गृह मंत्री अमित शाह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से अम्फान चक्रवात (Amphan Cyclone) पर बात की है। अमित शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आश्वासन दिया है कि केंद्र राज्य की मदद करने के लिए प्रतिबद्ध है और पहले से ही एनडीआरएफ (NDRF) की टीमों को तैनात कर दिया गया है। ममता बनर्जी के अलावा गृह मंत्री अमित शाह ने ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से भी अम्फान चक्रवात पर बात की और सभी जरूरी तैयारियों की समीक्षा कर इस संकट की घड़ी में उनकी हर संभव सहायता करने का विश्वास दिलाया है। गृह मंत्रालय की ओर से यह जानकारी दी गई है।
पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में प्रचंड चक्रवाती तूफान अम्फान के मंगलवार (19 मई) दोपहर तक ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ के रूप में कमजोर पड़ने का अनुमान है। मौसम विभाग ने कहा कि पश्चिम बंगाल के दक्षिण-दक्षिणपश्चिम दीघा से 670 किलोमीटर दूर स्थित यह तूफान उत्तरपश्चिम बंगाल की खाड़ी के पास उत्तर-उत्तरपूर्व दिशा की तरफ बढ़ेगा और आज दोपहर या बुधवार शाम में ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ का रूप लेकर पश्चिम बंगाल-बांग्लादेश के तटों से टकराएगा।
चक्रवाती तूफान अम्फान: 20 मई को लेकर मौसम वैज्ञानिकों ने दी चेतावनी
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा है कि अम्फान 20 मई को बेहद भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में पश्चिम बंगाल में दीघा और बांग्लादेश के हटिया द्वीप के बीच पश्चिम बंगाल- बांग्लादेश तटों से गुजर सकता है। तटों से टकराने से पहले इसकी प्रचंडता कुछ कम होगी और हवाओं की गति निरंतर 155 से 165 किलोमीटर प्रति घंटे बनी रहेगी जो बीच-बीच में प्रति घंटे 180 किलोमीटर की रफ्तार पकड़ सकती है।
मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया
मौसम विभाग ने बताया कि पश्चिम मध्य और उसके बगल में पूर्वी-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर प्रति घंटे 240 से 250 किलोमीटर की रफ्तार वाली तूफानी हवाओं की स्थिति बन रही है। साथ ही बताया कि मंगलवार शाम तक यह गति घटकर 200 से 210 किलोमीटर प्रति घंटे रह जाएगी जिसमें कभी-कभी 230 किलोमीटर प्रति घंटे की प्रचंड हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है और आगाह किया है कि कोलकाता, हुगली, हावड़ा, दक्षिण और उत्तर 24 परगना और पूर्वी मिदनापुर जिलों में बड़े पैमाने पर नुकसान हो सकता है।
मौसम वैज्ञानिकों ने कहा कि कई स्थानों पर रेल एवं सड़क मार्ग बाधित हो सकते हैं, बिजली एवं संचार के खंभे उखड़ सकते हैं और सभी प्रकार के ‘कच्चे’ घरों को अत्यंत नुकसान होगा। मौसम विभाग ने तैयार फसलों, बाग-बगीचों को भारी नुकसान होने की आशंका जताई है।