जम्मू-कश्मीर राज्य का दो केंद्र शासित प्रदेशों में होगा विभाजन, जानें शाह के संकल्प की बड़ी बातें
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: August 5, 2019 12:00 IST2019-08-05T11:55:52+5:302019-08-05T12:00:15+5:30
सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में एक विधेयक पेश किया जिसमें जम्मू कश्मीर राज्य का विभाजन दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में करने का प्रस्ताव किया गया है।

जम्मू-कश्मीर राज्य का दो केंद्र शासित प्रदेशों में होगा विभाजन, जानें शाह के संकल्प की बड़ी बातें
सरकार ने सोमवार को राज्यसभा में एक विधेयक पेश किया जिसमें जम्मू कश्मीर राज्य का विभाजन दो केंद्र शासित प्रदेशों के रूप में करने का प्रस्ताव किया गया है। गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में एक संकल्प पेश किया जिसमें कहा गया है कि संविधान के अनुच्छेद 370 के सभी खंड जम्मू कश्मीर में लागू नहीं होंगे।
शाह ने राज्यसभा में जम्मू एवं कश्मीर राज्य पुनर्गठन विधेयक 2019 पेश किया । गृह मंत्री अमित शाह ने लद्दाख के लिये केंद्र शासित प्रदेश के गठन की घोषणा की जहां चंडीगढ़ की तरह से विधानसभा नहीं होगी। शाह ने राज्यसभा में घोषणा की कि कश्मीर और जम्मू डिवीजन विधान के साथ एक अलग केंद्र शासित प्रदेश होगा जहां दिल्ली और पुडुचेरी की तरह विधानसभा होगी।
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘ राष्ट्रपति के अनुमोदन के बाद अनुच्छेद 370 के सभी खंड लागू नहीं होंगे।’’ राज्यसभा में इस दौरान कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने विधेयक का विरोध करते हुए हंगामा किया और आसन के समक्ष धरने पर बैठ गये। इससे पहले सोमवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल की एक घंटे लंबी बैठक चली। समझा जाता है कि इस बैठक में शीर्ष नेतृत्व ने जम्मू-कश्मीर से संबंधित मुद्दों पर चर्चा की।
HM Amit Shah: Jammu and Kashmir to be a union territory with legislature and Ladakh to be union territory without legislature pic.twitter.com/nsEL5Lr15h
— ANI (@ANI) August 5, 2019
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में कहा कि लद्दाख का क्षेत्रफल ज्यादा है लेकिन वहां जनसंख्या कम है। वहां मांग उठाई जाती रही है कि केंद्र शासित प्रदेश बना दिया जाए। लद्दाख को बिना विधायिका के केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर को विधायिका के साथ केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है।