सोशल मीडिया बन रहा है आतंकवादियों का हथियार, निर्मम हत्या करके अपलोड कर रहे हैं वीडियो
By लोकमत समाचार ब्यूरो | Published: November 20, 2018 07:45 AM2018-11-20T07:45:14+5:302018-11-20T07:45:14+5:30
हाल में ही अपहरण के बाद निर्मम हत्या करने के बाद आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने सोशल मीडिया पर दो वीडियो अपलोड कर दिया. सोशल मीडिया के इन एकाउंट्स की जाँच हो रही है.
श्रीनगर, 20 नवंबर: कश्मीर पुलिस सोशल मीडिया के उन खातों की जांच कर रही है जिन पर आतंकवादियों द्वारा हाल ही में की गई लोगों की हत्याओं के वीडियो डाले गए. पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) एस. पी. पाणी ने सोमवार को बताया कि आतंकवादी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन ने दो ऐसे वीडियो जारी किए हैं, जिसमें उनके संगठन के लोग दो अपहृत लोगों की हत्या करते दिख रहे हैं.
पाणी ने कहा, ''ये अपराध (आतंकवादियों द्वारा कैमरे के सामने की जा रही हत्याएं) आतंक फैलाने वाले और भयानक अपराध हैं. सोशल मीडिया पर उनका प्रचार भी एक अपराध है. इस संबंध में और इस तरह की सामग्री का प्रचार करने वालों के खिलाफ पहले से ही एक मामला दर्ज है. हम उनकी जांच कर रहे हैं.'' हुमामा में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक जवान को पुष्पांजलि देने के बाद आईजीपी ने पत्रकारों से बात करते हुए यह बात कही.
दक्षिण कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार रात काकापोरा इलाके में सीआरपीएफ शिविर पर हुए आतंकवादी हमले में हेड कांस्टेबल चंद्रिका प्रसाद की मौत हो गई थी. पाणी ने कहा कि पुलिस ऐसी वीडियो का प्रचार करने वाले लोगों को पकड़ने के लिए सेवा प्रदाताओं से सहयोग ले रही है. उन्होंने कहा, ''मुझे विश्वास है कि सेवा प्रदाताओं और अन्य के सहयोग से हम उन्हें पकड़ने में कामयाब रहेंगे.'' आतंकवादियों के लिए छुपकर काम करने वाली दो महिलाओं की गिरफ्तारी के सवाल पर आईजीपी ने कहा कि पुलिस उनकी भूमिका की जांच कर रही है. उन्होंने कहा, ''जांच जारी है. जांच पूरी होने पर जानकारी साझा की जाएगी.''