अमरनाथ यात्रा से पहले हिजबुल मुजाहिद्दीन चीफ ने ऑडियो टेप किया जारी, कहा- तीर्थयात्री हमारे मेहमान
By भारती द्विवेदी | Published: June 27, 2018 11:27 AM2018-06-27T11:27:28+5:302018-06-27T11:27:28+5:30
पिछले साल अमरनाथ यात्रा पर आंतकी हमला हुआ था, जिसमें आठ श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी।
नई दिल्ली, 27 जून: जम्मू-कश्मीर में 29 जून से अमरनाथ यात्रा शुरू होने जा रही है। श्रद्धालुओं का पहला जत्था बुधवार को अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना होगा। आंतकी हमले को ध्यान में रखते हुए इस यात्रा को लेकर जम्मू-कश्मीर में कड़ी सुरक्षा का इंतजाम किया गया है। इस बीच आंतकी संगठन हिजबुल मुजाहिद्दीन के ऑपरेशनल कमांडर रियाज अहमद नाइकू ने एक ऑडियो टेप जारी किया है। इस ऑडियो टेप में रियाज कहा रहा है कि अमरनाथ यात्रा के श्रद्धालुओं को सिक्योरिटी की जरूरत नहीं है, क्योंकि वो सब लोग उसके मेहमान हैं। पंद्रह मिनट के इस टेप में रियाज कहता है कि अमरनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं पर हमला करने का उसका कोई मकसद नहीं हैं। रियाज का ये ऑडियो टेप सोशल मीडिया पर खूब सर्कुलेट हो रहा है। इसके अलावा उसने सेना द्वारा चलाए जा रहे 'ऑपरेशन ऑल आउट' पर टिप्पणी करते हुए कहा कि जब ऑपरेशन इतना ही सफल था तो घाटी में एनएसजी कमांडो लाने की क्या मकसद।
बता दें कि वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का पहला जत्था बहुस्तरीय सुरक्षा घेरे में बुधवार को जम्मू के भगवती नगर आधार शिविर से रवाना होगा। अभी तक देशभर से करीब दो लाख श्रद्धालुओं ने दक्षिण कश्मीर हिमालय में स्थित अमरनाथ गुफा की यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं में साधु भी शामिल हैं। श्रद्धालुओं का देश के विभिन्न हिस्सों से यहां पहुंचना शुरू हो गया है। यात्रियों का पहला जत्था कश्मीर के दो आधार शिविरों बालटाल और पहलगाम के लिए रवाना होगा। ये यात्री कल तड़के कड़े सुरक्षा घेरे के तहत वाहनों के बेड़़े में रवाना होंगे।
श्रद्धालु बाद में दिन में कश्मीर के गंदेरबाल स्थित बालटाल और अनंतनाग स्थित नुनवान पहलगाम आधार शिविर पहुंचेंगे। ये तीर्थयात्री अगले दिन पैदल ही 3880 मीटर की ऊंचाई पर स्थित गुफा मंदिर के लिए रवाना होंगे। इससे तीर्थयात्रा की शुरूआत हो जाएगी। यात्रा का समापन 26 अगस्त को होगा जिस दिन रक्षा बंधन भी है। जम्मू के पुलिस महानिरीक्षक एस डी सिंह जामवाल ने कहा 'सुचारू और शांतिपूर्ण तीर्थयात्रा के लिए सभी तैयारियां कर ली गई है जो कि भाईचारे और साम्प्रदायिक सौहार्द का प्रतीक है।'
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उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल पूरी तरह से चौकस हैं और राष्ट्र विरोधी तत्वों और सीमापार स्थित उनके आकाओं के नापाक इरादों को विफल करने के लिए पर्याप्त कदम उठाये गए हैं। सुरक्षा अधिकारियों ने कहा कि अभी तक 1.96 लाख तीर्थयात्रियों ने यात्रा के लिए पंजीकरण कराया है। पहली बार इस बार अमरनाथ जाने वाले वाहनों में रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग का इस्तेमाल किया जाएगा और सीआरपीएफ का मोटरसाइकिल दस्ता भी सक्रिय रहेगा।
अधिकारियों ने बताया कि आधारशिवरों , मंदिरों , रेलवे स्टेशनों , बस स्टैंडों और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थानों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इस वर्ष सरकार ने अमरनाथ यात्रियों के प्रत्येक वाहन की निगरानी रेडियो फ्रीक्वेंसी टैग से करने का निर्णय किया है। इसके साथ ही तीर्थयात्रियों द्वारा लिये गए प्रीपेड मोबाइल नम्बरों की वैधता भी सात दिन से बढ़ाकर 10 दिन कर दी गई है। अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष की तीर्थयात्रा के लिए जम्मू कश्मीर पुलिस , अर्धसैनिक बल , एनडीआरएफ और सेना से करीब 40 हजार सुरक्षाकर्मियों की तैनाती की गई है।
अमरनाथ यात्रा के लिए पहला जत्था रवाना, देखें वीडियो:
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