हिंदू सेना का चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन, दिल्ली में दूतावास के बाहर लगाया 'चीन गद्दार' का पोस्टर
By पल्लवी कुमारी | Published: June 23, 2020 02:41 PM2020-06-23T14:41:21+5:302020-06-23T14:41:21+5:30
भारत-चीन सीमा विवाद: मई के शुरुआती हफ्ते से लद्दाख में दोनों देशों के बीच गतिरोध बना हुआ है। जो गलवान घाटी में झड़प के बाद और भी ज्यादा प्रभावित हुआ है। गलवान झड़प के बाद भारत-चीन के बीच तनाव कम करने के लिये कम से कम तीन बार मेजर जनरल स्तर पर बातचीत हो चुकी है।
नई दिल्ली: भारत-चीन सीमा तनाव को लेकर देशभर में अलग-अलग तरीके से विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। इस बीच दिल्ली में चीन के दूतावास के दफ्तर के बाहर एक आपत्तिजनक पोस्टर लगाया गया है। पोस्टर पर लिखा है, ''चीन चीन गद्दार, हिंदी चीनी बाय-बाय''। पोस्टर को हिंदू सेना कार्यकर्ताओं लगाए लगाया है। यह पोस्टर दिल्ली के पंचशील मार्ग पर लगाया गया है। 15 जून को पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में भारत और चीनी सैनिकों के बीच हिंसक झड़प में देश के 20 जवान शहीद हो गए थे। उसके बाद से ही चीनी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन तेज हो गए थे। इसके बाद वहां सुरक्षा भी बढ़ाई गई थी।
भारत और चीनी सेना के बीच पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों से हटने पर सहमति बनी: सूत्र
भारत और चीन के शीर्ष सैन्य कमांडरों के बीच सोमवार (22 जून) को हुई बैठक के दौरान दोनों देशों की सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले स्थानों से हटने पर सहमति बनी है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह बातचीत, ‘‘सौहार्दपूर्ण, सकारात्मक और रचनात्मक माहौल’’ में हुई और यह निर्णय लिया गया कि दोनों पक्ष पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी स्थानों से हटने के तौर तरीकों को अमल में लाएंगे।
भारत और चीनी सेना के बीच पिछले हफ्ते गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद तनाव कम करने के उद्देश्य से सोमवार (22 जून) को 14वीं कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल हरिंदर सिंह और तिब्बत सैन्य जिला कमांडर मेजर जनरल ल्यू लिन के बीच करीब 11घंटे तक बातचीत हुई। सूत्र ने बताया, टकराव से पीछे हटने पर आपसी सहमति बनी है। पूर्वी लद्दाख में टकराव वाले सभी स्थानों से हटने के तौर तरीकों पर चर्चा की गई और दोनों पक्ष द्वारा इन्हें अमल में लाया जाएगा।
15 जून को गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में भारत के 20 जवान शहीद
पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी में चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प में 15 जून की रात भारतीय सेना के एक कर्नल सहित 20 सैन्यकर्मी शहीद हो गए थे। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ गया है। गलवान में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर भारत की तरफ चीन द्वारा निगरानी चौकी बनाए जाने का विरोध करने पर चीनी सैनिकों ने पत्थरों, कील लगे डंडों, लोहे की छड़ों आदि से भारतीय सैनिकों पर हमला किया था। जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हुए, जिसमें एक कर्नल भी शामिल थे।
तकरीबन एक हफ्ते बाद चीन ने माना कि इस झड़प के दौरान उनके कमांडिंग अफसर मारे गए थे। हालांकि चीन ने झड़प में हताहत हुए अपने सैनिकों का आंकड़ा नहीं बताया है।