राजनीति के लिए फिट नहीं हैं राहुल गांधी, गंभीरता नहीं है...बीच में मीटिंग छोड़ जॉगिग के लिए निकल जाते हैं: हिमंत बिस्व सरमा
By विनीत कुमार | Published: September 30, 2022 07:48 AM2022-09-30T07:48:24+5:302022-09-30T07:56:31+5:30
हिमंत बिस्व सरमा ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार के लिए नैतिक जिम्मेदारी ली थी और अध्यक्ष पद छोड़ा था। इसके बावजूद पार्टी के महत्वपूर्ण फैसले वह लेते हैं।
नई दिल्ली: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की आलोचना करते हुए कहा है कि उनमें 'व्यवस्थित गंभीरता नहीं है, जिम्मेदारी के बिना सत्ता हासिल करना चाहते हैं और राजनीति के लिए फिट नहीं हैं।'
न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार करीब दो दशक से ज्यादा तक कांग्रेस में रहे सरमा ने कहा कि उन्होंने पार्टी के नेतृत्व से कहा था कि वे बिना किसी सुधार के पूर्वोत्तर राज्यों को खो देंगे। सरमा 2015 में भाजपा में शामिल हो गए थे। उन्होंने राहुल गांधी पर एक राजनेता के रूप में गंभीर नहीं होने, एक सामंती की तरह व्यवहार करने और अहंकारी होने का भी आरोप लगाया।
'राजनीति के लिए फिट नहीं हैं राहुल गांधी'
सरमा ने एएनआई को दिए इंटरव्यू में कहा, 'पहली बात यह है कि वह राजनीति के लिए फिट नहीं हैं। संभवत: उन्हें जो काम नहीं करना चाहिए, वह कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि 'राहुल गांधी कभी-कभी बीच-बीच में मीटिंग छोड़कर जॉगिंग करने चले जाते हैं या अचानक दूसरे कमरे में चले जाएंगे और आधे घंटे बाद आएंगे। उनमें कोई 'व्यवस्थित गंभीरता' नहीं है।'
सरमा ने कहा कि राहुल गांधी ने 2019 के लोकसभा चुनावों में पार्टी की हार और अमेठी में हार के लिए नैतिक जिम्मेदारी ली थी और अध्यक्ष के रूप में पद छोड़ दिया था, लेकिन फिर भी पार्टी के महत्वपूर्ण फैसले लेना जारी रखा।
सरमा ने कहा, 'राहुल ने नैतिक जिम्मेदारी ली है कि पार्टी मेरे नेतृत्व में लोकसभा चुनाव हार गई, इसलिए मैं अध्यक्ष नहीं बनूंगा। लेकिन आज पार्टी कौन चला रहा है, भारत जोड़ी यात्रा का नेतृत्व कौन कर रहा है? पूरी पार्टी किसके पीछे दौड़ रही है? इसका मतलब है कि आप जवाबदेही के बिना सत्ता का आनंद लेना चाहते हैं। लोकतंत्र में जब कोई संसदीय जवाबदेही के बिना, पार्टी की जवाबदेही के बिना, लोगों की जवाबदेही के बिना सत्ता का आनंद लेना चाहता है, तो यह सबसे खतरनाक बात है।'
'कांग्रेस में केवल गांधी परिवार का महत्व'
सरमा ने कहा कि कांग्रेस में सिस्मट ऐसा है जहां केवल गांधी परिवार महत्व रखता है। उन्होंने कहा, 'मुझे कांग्रेस पार्टी को इस बात का श्रेय देना चाहिए कि वे एक ऐसा माहौल बना पाए हैं कि गांधी परिवार से परे आपके पास कुछ भी नहीं है। जब कोई पार्टी से इस्तीफा देता है, तो कांग्रेस प्रवक्ता कहते हैं कि उन्होंने परिवार को धोखा दिया है, वे यह नहीं कहेंगे कि उन्होंने देश को धोखा दिया है। वे कहते हैं कि परिवार ने आपको सब कुछ दिया लेकिन सच्चाई यह है कि देश की जनता सत्ता देती है। लेकिन वे यह चर्चा शुरू करते हैं कि परिवार ने आपको सांसद बनाया है। यह कांग्रेस का माहौल है।'
उन्होंने आगे कहा, 'जिस दिन आप कांग्रेस में शामिल होते हैं...कांग्रेस की एक आंतरिक संस्कृति है कि आपका जीवन गांधी परिवारक के साथ शुरू और समाप्त होता है। जैसे आप किसी गुरु से जुड़ जाते हैं, आप बस उस गुरु को अपना सब कुछ सौंप देते हैं। एक माहौल है। मुझे नहीं पता नहीं कि इसे किसने शुरू किया, कौन खत्म करेगा लेकिन कांग्रेस में यह इकोसिस्टम बहुत मजबूत है।'