हिमाचल प्रदेश के के पालमपुर में रविवार (29 सितंबर) को शहीद लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश परमार का अंतिम संस्कार किया गया। शहीद की अंतिम यात्रा में लोगों का सैलाब उड़मा।
शहीद रजनीश परमार के शव का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। शुक्रवार (27 सितंबर) को पड़ोसी देश भूटान में भारतीय सेना का हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था, जिसमें सवार लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश परमार शहीद हो गए थे। हादसे में भूटानी सेना के पायलट कैप्टन कलजंग वांगड़ी की भी मौत हो गई थी।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हेलीकाप्टर दुर्घटना में भारतीय सेना के पायलट लेफ्टिनेंट कर्नल रजनीश परमार की मुत्यु पर शनिवार को दुख जताया था। ठाकुर ने दिवंगत आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की। यह जानकारी एक आधिकारिक प्रवक्ता ने दी थी।
पायलट रजनीश कांगड़ा जिले के सुलह क्षेत्र के ननाओ गांव के रहने वाले थे। जब हेलीकाप्टर दुर्घटनाग्रस्त हुआ उस समय पर वह नियमित प्रशिक्षण उड़ान पर थे।
सेना का चीता हेलीकॉप्टर शुक्रवार को पूर्वी भूटान में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। इस दुर्घटना में भूटानी सेना के एक कैप्टन सहित दोनों पायलटों की मृत्यु हो गई थी। सेना के एक प्रवक्ता ने बताया था कि एकल इंजन वाला यह हेलीकाप्टर अरुणाचल प्रदेश के खिरमू से भूटान के योनफुला जा रहा था और दोपहर करीब एक बजे के बाद उससे सम्पर्क टूट गया था।
बता दें कि दोनों देशों के बीच रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग के तहत भारतीय सेना भूटानी सशस्त्र सेनाओं के पायलटों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम चला रही थी। भारतीय सैन्य प्रशिक्षण दल (आईएमटीआरएटी) भूटानी सेना के जवानों को प्रशिक्षण दे रहा है।