अभिनय से राजनीति में आई लॉकेट चटर्जी का कहना है कि पश्चिम बंगाल में बीजेपी की रथयात्रा रोकने की कोशिश करने वाले को पहियों के नीचे कुचल दिया जाएगा। शनिवार (9 नवंबर) को मालदा जिले में एक जनसभा में संवाद्दाताओं से बात करते हुए चटर्जी ने ये विवादित बयान दिया। लॉकेट चटर्जी इस वक्त बीजेपी की पश्चिम बंगाल इकाई की महिला मोर्चा अध्यक्ष हैं। लॉकेट चटर्जी ने भी कहा कि यह ‘यात्रा‘ राज्य में लोकतंत्र बहाली के मकसद से आयोजित की जा रही है।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक भाजपा अध्यक्ष अमित शाह इन तीन ‘रथ यात्राओं’ की शुरूआत करेंगे। राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों को समेटने वाली ये यात्राएं पांच, सात और नौ दिसम्बर को होंगी। यात्रा के समाप्ति पर पार्टी कोलकाता में एक व्यापक रैली आयोजित करेगी जिसके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधित करने की संभावना है।
चटर्जी का विवादों से पुराना नाता
अगस्त में लॉकेट चटर्जी ने असम की तर्ज पर बंगाल में भी एनआरसी की मांग करके विवाद खड़ा कर दिया था। चटर्जी का कहना था कि बांग्लादेश से बड़ी संख्या में लोग यहां आते हैं और अवैध कामों में लगे रहते हैं। उनके इस बयान की राज्य सरकार ने कड़ी निंदा की थी। इसी प्रकार साल 2016 में उनके एक बयान ने इलेक्शन कमीशन को भी नाराज कर दिया था। उस वक्त चटर्जी के खिलाफ प्रेसिडिंग ऑफिसर ने धमकी देने के मामले में एफआईआर भी दर्ज करवाई थी।
बीजेपी की शांति भंग की कोशिश
चटर्जी ने कहा, ‘‘रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य पश्चिम बंगाल में लोकतंत्र की बहाली है। हमने इसे पहले भी कहा है कि ‘रथ यात्रा’ को रोकने की कोशिश करने वाले वालों के सिर रथ के पहियों के नीचे कुचल जायेंगे। चटर्जी के इस बयान की राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस महासचिव पार्थ चटर्जी ने यह कहते हुये निंदा की है कि भाजपा नेता उकसाने वाले बयान देकर राज्य में शांति और स्थिरता को भंग करने की कोशिश कर रहे है।
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा का मुख्य उद्देश्य बंगाल में अपने सांप्रदायिक एजेंडे को आगे बढ़ाना है। इसलिए वे उकसावे वाले बयान दे रहे हैं लेकिन बंगाल के लोग भाजपा की विभाजनकारी राजनीति को कामयाब नहीं होने देंगे।’’
समाचार एजेंसी पीटीआई-भाषा और एएनआई से इनपुट्स लेकर