Hathras stampede: FIR में भोले बाबा का नाम नहीं, सत्संग में जुटे थे 2.5 लाख लोग

By मनाली रस्तोगी | Updated: July 3, 2024 12:12 IST2024-07-03T12:09:52+5:302024-07-03T12:12:11+5:30

Hathras stampede: राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गई, जबकि 28 लोग घायल हुए हैं।

Hathras stampede Bhole Baba not named in FIR 2 lakh people gathered at satsang | Hathras stampede: FIR में भोले बाबा का नाम नहीं, सत्संग में जुटे थे 2.5 लाख लोग

Hathras stampede: FIR में भोले बाबा का नाम नहीं, सत्संग में जुटे थे 2.5 लाख लोग

Highlightsअधिकारी ने बताया कि एफआईआर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223, 238 के तहत दर्ज की गई है।बुधवार को इस घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गई, जबकि 28 लोग घायल हुए हैं।सत्संग खत्म होने के बाद बेकाबू भीड़ के आयोजन स्थल से चले जाने के कारण जो लोग जमीन पर बैठे थे, वे कुचल गये।

Hathras stampede: उत्तर प्रदेश पुलिस ने बुधवार को हाथरस में धार्मिक मण्डली के आयोजकों के खिलाफ पहली सूचना रिपोर्ट दर्ज की, जहां भगदड़ के बाद कम से कम 121 लोगों की मौत हो गई। हालांकि, एफआईआर में बाबा नारायण हरि, जिन्हें साकार विश्व हरि भोले बाबा के नाम से भी जाना जाता है, का नाम आरोपी के रूप में नहीं है।

एक वरिष्ठ अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि मंगलवार देर रात सिकंदर राव पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में मुख्य आयोजक देवप्रकाश मधुकर और अन्य आयोजकों का नाम लिया गया है। अधिकारी ने बताया कि एफआईआर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126 (2), 223, 238 के तहत दर्ज की गई है।

राहत आयुक्त कार्यालय के अनुसार, बुधवार को इस घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 121 हो गई, जबकि 28 लोग घायल हुए हैं। हाथरस भगदड़ मामले में दर्ज की गई एफआईआर के अनुसार, सत्संग का आयोजन सूरज पाल ने किया था, जिन्हें हाथरस जिले के फुलराई मुगलगढ़ी गांव में जीटी रोड के पास नारायण हरि, साकार विश्व हरि भोले बाबा के नाम से भी जाना जाता है।

एफआईआर में कहा गया कि देवप्रकाश मधुकर ने करीब 80 हजार लोगों के लिए प्रशासन से इजाजत मांगी थी और प्रशासन ने उसी हिसाब से यातायात और सुरक्षा व्यवस्था की। हालांकि, लगभग 2.5 लाख लोग 'सत्संग' में एकत्र हुए, जिससे सड़क पर भारी यातायात पैदा हो गया और वाहनों की आवाजाही रुक गई। सत्संग खत्म होने के बाद बेकाबू भीड़ के आयोजन स्थल से चले जाने के कारण जो लोग जमीन पर बैठे थे, वे कुचल गये।

एफआईआर में कहा गया है कि आयोजन समिति के सदस्यों ने पानी और कीचड़ से भरे खेतों में चल रही भीड़ को जबरन रोकने के लिए लाठियां चलाईं, जिससे भीड़ का दबाव बढ़ता गया और महिलाएं, बच्चे और पुरुष कुचले जाते रहे। 

इसमें यह भी कहा गया कि मौके पर मौजूद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने हर संभव प्रयास किया और उपलब्ध संसाधनों से घायलों को अस्पताल पहुंचाया लेकिन आयोजकों की ओर से कोई सहयोग नहीं किया गया। एफआईआर में आगे कहा गया है कि मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे भोले बाबा का काफिला कार्यक्रम स्थल से बाहर चला गया।

Web Title: Hathras stampede Bhole Baba not named in FIR 2 lakh people gathered at satsang

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