लखनऊ/हाथरसः हाथरस सामूहिक बलात्कार केस पर कांग्रेस ने योगी सरकार पर हल्ला बोल दिया है। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने पैदल मार्च किया।
राहुल गांधी ने कहा कि अभी पुलिस वालों ने मुझे धकेल के लाठी मारकर गिराया ठीक है, मैं कुछ नहीं कह रहा हूं, कोई प्रॉब्लम नहीं। इस हिंदुस्तान में क्या RSS और BJP के लोग ही चल सकते हैं? क्या आम आदमी नहीं चल सकता? क्या इस देश में नरेंद्र मोदी ही पैदल जा सकते हैं?
हाथरस में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने रेप पीड़िता को न्याय दिलाने की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा की ज़िम्मेदारी योगी सरकार को लेनी होगी, जिस तरह से प्रदेश में महिलाओं के साथ अत्याचार हो रहें, ये बंद होने चाहिए। यही स्थिति पिछले साल भी थी। पिछले साल तकरीबन इसी समय हम उन्नाव की बेटी की लड़ाई लड़ रहे थे। प्रदेश में हर रोज़ 11 रेप हो रहे हैं।
दोनों नेता DND से होते हुए ताज एक्सप्रेस वे के जरिए हाथरस के लिए रवाना हुए, लेकिन ग्रेटर नोएडा के पास ही उनके काफिले को रोक लिया गया, इस दौरान प्रियंका गांधी की ओर से यूपी सरकार पर जमकर निशाना साधा गया। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि ऐसी घटनाओं पर गुस्सा चढ़ता है, मेरी 18 साल की बेटी है। हर महिला को गुस्सा चढ़ना चाहिए. हमारे हिंदू धर्म में कहां लिखा है कि अंतिम संस्कार परिवार के बिना हो।
अधिकारियों द्वारा उनकी गाड़ी रोके जाने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा और राहुल गांधी, कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ यमुना एक्सप्रेस-वे पर पैदल चलते हुए। दोनों 19 वर्षीय सामूहिक बलात्कार पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस जा रहे हैं। जब तक सरकार को झकझोरा और जगाया नहीं जाएगा तब तक वह महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ नहीं करेगी। घटना (हाथरस सामूहिक बलात्कार) बहुत अन्यायपूर्ण थी और उसके बाद सरकार ने शव के अंतिम संस्कार में जो किया वह तो और भी बड़ा अपमान था।
पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को हाथरस जाने से रोकने के लिए पुलिस ने लाठियां चलाईं
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि उन्हें और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को हाथरस जाने से रोकने के लिए पुलिस ने लाठियां चलाईं, लेकिन ‘अहंकारी सरकार’ की लाठियां उन्हें रोक नहीं सकतीं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘हाथरस जाने से हमें रोका। राहुल जी के साथ हम सब पैदल निकले तो बारबार हमें रोका गया, बर्बर ढंग से लाठियां चलाईं। कई कार्यकर्ता घायल हैं। मगर हमारा इरादा पक्का है। एक अहंकारी सरकार की लाठियां हमें रोक नहीं सकतीं।
काश, यही लाठियाँ, यही पुलिस हाथरस की दलित बेटी की रक्षा में खड़ी होती।’’ इससे पहले उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश में रोजाना बलात्कार की घटनाएं हुई हो रही हैं। महिलाओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी योगी आदित्यनाथ सरकार को लेनी पड़ेगी। जो भी अपराधी हैं उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी होगी।’’
प्रियंका ने दावा किया कि जब तक सरकार को झकझोरा और जगाया नहीं जाएगा तब तक वह महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ नहीं करने वाली है। कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी ने कहा कि यह घटना (हाथरस सामूहिक बलात्कार) बहुत अन्यायपूर्ण थी और उसके बाद सरकार ने शव के अंतिम संस्कार में जो किया वह तो और भी बड़ा अपमान था।
योगी आदित्यनाथ को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिये
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में जंगलराज का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इसकी जिम्मेदारी लेते हुए अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिये। हाथरस कांड के पीड़ित परिजन से मुलाकात करने जा रही प्रियंका ने एक चैनल से कहा, ''उत्तर प्रदेश में महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है। बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। उत्तर प्रदेश में जंगलराज है।'' उन्होंने कहा, ''मुख्यमंत्री को जिम्मेदारी लेनी चाहिये और अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिये।
उत्तर प्रदेश में बहनों को न्याय नहीं मिलता। यह कोई पहली बार नहीं है। आपको याद होगा कि पिछले साल भी इसी वक्त हम उन्नाव की बेटी की लड़ाई लड़ रहे थे।'' उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड के पीड़ित परिजन से मुलाकात करने जा रही प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के काफिले को ग्रेटर नोएडा पुलिस ने रोक लिया। उसके बाद वे पैदल ही हाथरस के लिये निकल गये। कांग्रेस के प्रदेश मीडिया संयोजक ललन कुमार ने बताया कि प्रियंका और राहुल हाथरस कांड के पीड़ित परिवार से मुलाकात करने जा रहे थे।
रास्ते में ग्रेटर नोएडा पुलिस ने उनके काफिले को परी चौक इलाके में रोक लिया। उन्होंने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे पर रोके जाने के बाद प्रियंका और राहुल पैदल ही हाथरस के लिये रवाना हो गये। जहां उन्हें रोका गया, वहां से हाथरस की दूरी 142 किलोमीटर है। इस बीच, राज्य सरकार के प्रवक्ता कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने राहुल और प्रियंका पर निशाना साधते हुए कहा, ''ये जो भाई—बहन दिल्ली से चले हैं, उन्हें राजस्थान जाना चाहिये था। जहां भी ऐसी घटना होती है, वह जघन्य अपराध होता है।
राजस्थान में भी वारदात हुई थी, मगर कांग्रेस हाथरस की घटना पर गंदी राजनीति कर रही है।'' उधर, हाथरस जिलाधिकारी पी.के. लक्षकार ने बताया कि जिले में सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गयी है जो आगामी 31 अक्टूबर तक प्रभावी रहेगी। जिले की सभी सीमाएं सील कर दी गयी हैं। उन्होंने सभी से जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। गौरतलब है कि गत 14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र स्थित एक गांव की रहने वाली 19 वर्षीय दलित लड़की से कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया था।
लड़की को रीढ़ की हड्डी में चोट और जीभ कटने की वजह से पहले अलीगढ़ के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। उसके बाद उसे दिल्ली स्थित सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां मंगलवार तड़के उसकी मौत हो गई थी। इस घटना को लेकर देश भर में जगह—जगह प्रदर्शन किये गये। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसका संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को फोन कर इस मामले में कड़ी कार्रवाई करने को कहा था। राज्य सरकार ने इस मामले की जांच के लिये विशेष जांच दल गठित किया है।