चंडीगढ़, सात दिसंबर हरियाणा के पंचकूला में मंगलवार को पुलिस ने 'डेंटल सर्जन' की भर्ती में कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला, कुमारी सैलजा और विवेक बंसल समेत अन्य पार्टी नेताओं को कुछ देर के लिए हिरासत में ले लिया।
प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने मामले की न्यायिक जांच की अपनी मांग दोहरायी और शीर्ष पर बैठे लोगों पर मिलीभगत का आरोप लगाया। साथ ही प्रदेश कांग्रेस के नेताओं ने पूर्व में इस मामले में हरियाणा लोक सेवा आयोग के उप सचिव के निलंबन की कार्रवाई को मामले पर पर्दा डालने की कोशिश करार दिया। उप सचिव को भर्ती के लिए उम्मीदवारों के अंकों में हेरफेर के वास्ते रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
कांग्रेस नेताओं ने भर्ती में घोटाले का आरोप लगाते हुए हरियाणा लोक सेवा आयोग के कार्यालय के घेराव का प्रयास किया, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पुलिस हिरासत में लिए गए नेताओं को पंचकूला पुलिस लाइन ले गई, जहां से कुछ देर बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
कांग्रेस की हरियाणा इकाई की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने पंचकूला में संवाददाताओं से कहा कि पुलिस ने नेताओं को हिरासत में लेने के कुछ देर बाद छोड़ दिया।
विरोध-प्रदर्शन में भाग लेने वाले अन्य नेताओं में राज्य की पूर्व मंत्री किरण चौधरी व अजय सिंह यादव और वरिष्ठ नेता कुलदीप बिश्नोई और चंद्रमोहन के अलावा हरियाणा के कई विधायक शामिल थे।
कथित घोटाले पर प्रतिक्रिया देते हुए सैलजा ने कहा, '' हम शुरू से ही कहते रहे हैं कि शीर्ष पर बैठे लोगों के संरक्षण के बिना ऐसा घोटाला संभव नहीं है। इसलिए, हम उच्च न्यायालय की निगरानी में स्वतंत्र जांच की मांग कर रहे हैं ताकि सच सामने आ सके।''
हरियाणा मामलों के पार्टी प्रभारी बंसल ने आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा-जजपा सरकार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
सुरजेवाला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हरियाणा के युवाओं की आवाज लगातार उठाती रहेगी। उन्होंने कहा, ''केवल एक अधिकारी को बर्खास्त करके वे पूरे घोटाले पर पर्दा नहीं डाल सकते।
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