हरियाणा में लोकसभा की सभी दस सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद खट्टर सरकार ने विधानसभा चुनावों को देखते हुए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं. चुनाव आचार संहिता खत्म होते ही वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने सरकारी कर्मचारियों को एक बार फिर तोहफा देते हुए महंगाई भत्ता तीन फीसदी बढ़ा दिया है. राज्य सरकार अपने कर्मचारियों को यह लाभ एक जनवरी से देगी. इसके तहत अब महंगाई भत्ता 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत करने का निर्णय लिया गया है.इस फैसले से सरकारी खजाने पर 17.70 करोड़ रु पए मासिक का अतिरिक्त वित्तीय भार पड़ेगा. वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने बताया कि सरकारी कर्मचारियों के महंगाई भत्ते की दरें बढ़ाने से वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 247.80 करोड़ रु पए का वित्तीय भार बढ़ेगा.इसके साथ ही राज्य सरकार ने छठे वेतन आयोग के अनुसार असंशोधित पे बैंड या ग्रेड में वेतन ले रहे कर्मचारियों, पेंशनर्स व पारिवारिक पेंशनर्स के लिए भी पहली जनवरी से महंगाई भत्ते और महंगाई राहत की वर्तमान दर को 148 प्रतिशत से बढ़ाकर 154 प्रतिशत कर दिया है.इस बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दावा किया है कि विधानसभा चुनावों के परिणाम भी लोकसभा चुनावों की तरह ही रहेंगे. उल्लेखनीय है कि राज्य की दस लोकसभा सीटों के तहत 90 विधान सभा क्षेत्र आते हैं और अपने विरोधी दलों के मुकाबले भाजपा इस बार 79 विस सीटों पर आगे रही है.
जीत की इस लय को बरकरार रखने के लिए अगले चार महीनों में भाजपा सभी वग्रों को खुश करने के प्रयास करेगी. हरियाणा में विस चुनाव अक्टूबर में होने हैं.