हरियाणा सरकार ने उन पत्रकारों को 10 लाख का इंश्योरेंस देने का फैसला किया है जो कोरोना वायरस महामारी के समय में रिपोर्टिंग कर रहे हैं। यह जानकारी खुद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दी है। हरियाणा में अब तक कोरोना वायरस के 270 मामले मिले हैं। इनमें 24 विदेशी नागरिक हैं। राज्य में 140 मरीजों का सफल इलाज किया जा चुका है, जबकि इस वायरस से अब तक प्रदेश में तीन लोगों की मौत हुई है।
इस बीच कई राज्यों में पत्रकारों का कोरोना वायरस टेस्ट हो रहा है। मुंबई और चेन्नई में हाल में कई मीडियाकर्मियों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाये जाने के बाद कई राज्यों में पत्रकारों ने राज्य सरकार से इस वायरस संक्रमण को लेकर उनकी जांच कराने की अपील की है।
मुंबई में 53 पत्रकार निकले कोरोना पॉजिटिव
तीन दिन पहले महानगर मुंबई में कम से कम 53 मीडियाकर्मी ऐसे हैं जिनके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। कोविड-19 की जांच के लिए 16 और 17 अप्रैल को आजाद मैदान में विशेष शिविर लगाया गया था और इस दौरान 171 मीडियाकर्मियों के लार के नमूने लिए गए थे जिनमें इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया के पत्रकार, फोटोग्राफर और कैमरामैन शामिल थे। कुल 171 नमूनों में से 53 कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से अधिकतर में अभी तक संक्रमण के कोई लक्षण नहीं है।
चेन्नई में पत्रकारों सहित एक तमिल टीवी समाचार चैनल में काम कर रहे कम से कम 25 लोगों को कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने राजधानी लखनऊ के मान्यता प्राप्त पत्रकारों की उनकी इच्छानुसार कोरोना वायरस संक्रमण की जांच कराने का निर्णय लिया है।
असम सरकार कहा कि राज्य में 25 अप्रैल को कोविड-19 संक्रमण की जांच के लिए पत्रकारों के वास्ते अभियान चलायेगी। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने कहा, ‘‘पत्रकार पेशेवर खतरों का सामना कर रहे हैं और इसलिए, ‘‘हमने उनकी निशुल्क जांच कराने का फैसला किया है।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘जो पत्रकार खुद की जांच कराना चाहते हैं वे 25 अप्रैल को गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज आ सकते हैं।’’