चंडीगढ़, 19 दिसंबर नए कृषि कानूनों के विरोध में जारी किसान आंदोलन के बीच भाजपा की हरियाणा इकाई के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने विवादास्पद सतलुज-यमुना लिंक (एसवाईएल) नहर के निर्माण की मांग को लेकर एक दिवसीय उपवास किया।
हालांकि, भाजपा नेताओं को फतेहाबाद और करनाल में कृषि कानूनों को लेकर विरोध का सामना करना पड़ा।
फतेहाबाद के पपीहा पार्क के पास काले झंडे थामे हुए किसानों ने पुलिस बैरिकेड पार करके पार्टी नेताओं के खिलाफ नारेबाजी की।
पुलिस ने कहा कि किसानों के विरोध के चलते भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने कड़ी सुरक्षा के बीच अपने उपवास स्थल को स्थानांतरित किया।
करनाल में किसानों के एक समूह ने भाजपा नेताओं के उपवास स्थल के पास ही विरोध-प्रदर्शन किया।
हरियाणा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ओ पी धनखड़ ने इन घटनाओं की निंदा करते हुए कहा कि कुछ ''अनियंत्रित व्यक्ति'' इसमें लिप्त थे, जोकि निंदनीय है।
राज्य के कृषि मंत्री जे पी दलाल ने भिवानी में कहा कि हरियाणा के किसान एसवाईएल नहर के निर्माण की मांग कर रहे हैं और राज्य को पंजाब से उसके हिस्से का नदी का पानी मिलना ही चाहिए।
रोहतक में भाजपा सांसद अरविंद शर्मा ने कहा कि एक दिवसीय उपवास का उद्देश्य पंजाब सरकार पर हरियाणा के हिस्से का नदी का पानी देने के लिए दबाव बनाना था।
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