हार्दिक पटेल हॉस्पिटल से डिस्चार्ज, ट्वीट कर कहा- 'DCP राठौड़ मुझे कहता है मार दूँगा'
By पल्लवी कुमारी | Published: September 10, 2018 08:36 AM2018-09-10T08:36:23+5:302018-09-10T08:36:23+5:30
24 वर्षीय हार्दिक पटेल ने पाटीदारों को सरकारी नौकरियों तथा शिक्षा में आरक्षण तथा किसानों को ऋण माफी की मांग को लेकर 25 अगस्त को भूख हड़ताल शुरू किया था।
अहमदाबाद, 10 सितंबर: पाटीदार आरक्षण आंदोलन समिति (पास) के मुख्य नेता हार्दिक पटेल, जो इन दिनों अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। इसी बीच उनकी तबीयत खराब होने की वजह से वह अस्पताल में भर्ती में हुए थे। लेकिन रविवार रात उनका निजी अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। जहां से सीधे उन्हें उनके आवास ले जाया गया। घर पहुंचकर उन्होंने अपना अनिश्चितकालीन अनशन जारी रखा है।
24 वर्षीय हार्दिक ने पाटीदारों को सरकारी नौकरियों तथा शिक्षा में आरक्षण तथा किसानों को ऋण माफी की मांग को लेकर 25 अगस्त को भूख हड़ताल शुरू किया था। रविवार को उनके अनशन का 16वां दिन था। हार्दिक की तबीयत खराब होने पर उनके समर्थकों ने उन्हें शुक्रवार को सोला राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां से उन्हें निजी एसजीवीपी हालिस्टिक अस्पताल में शिफ्ट किया गया। जहां से उन्हें रविवार डिस्चार्ज कर दिया गया।
घर पहुँचते ही फिर से मेरे निवास स्थान के बाहर हज़ारों की तादाद में पुलिस को तैनात कर दिया और लोगों को रोकने लगी,अगर आपने अंग्रेज़ हुकूमत नहीं देखी तो आइए एक बार गुजरात,हमारे निवास स्थान पर आपको बाघा बॉर्डर का भी नज़ारा देखने को मिलेगा.सत्ता के नशे में जनता पर अमानवीय अत्याचार हैं
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 9, 2018
हॉस्पिटल से छुट्टी मिलते ही, हार्दिक ने फेसबुक लाइव के जरिए, लोगों से इस अपील की कि वह अनशन जारी रखे। वहीं, रविवार को हार्दिक ने ट्वीट कर कहा, ''घर पहुँचते ही फिर से मेरे निवास स्थान के बाहर हज़ारों की तादाद में पुलिस को तैनात कर दिया और लोगों को रोकने लगी,अगर आपने अंग्रेज़ हुकूमत नहीं देखी तो आइए एक बार गुजरात,हमारे निवास स्थान पर आपको बाघा बॉर्डर का भी नज़ारा देखने को मिलेगा। सत्ता के नशे में जनता पर अमानवीय अत्याचार हैं।''
अनिच्छितकालिन उपवास आंदोलन के सोलवें दिन अस्पताल से छूटी लेकर मेरे निवास स्थान पर जा रहा हूँ।किसानों की क़र्ज़ा माफ़ी और सामाजिक न्याय के तहत आज उपवास आंदोलन का सोलवें दिन पूरे प्रदेश में उपवास और जनसभा हो रही हैं।संपूर्ण लोक क्रांति का आह्वान हो गया हैं।हम कमज़ोर नहीं हैं।
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 9, 2018
हार्दिक ने ट्वीट कर ये भी कहा, ''अनिच्छितकालिन उपवास आंदोलन के सोलवें दिन अस्पताल से छूटी लेकर मेरे निवास स्थान पर जा रहा हूँ। किसानों की कर्जा माफी और सामाजिक न्याय के तहत आज उपवास आंदोलन का सोलवें दिन पूरे प्रदेश में उपवास और जनसभा हो रही है। संपूर्ण लोक क्रांति का आह्वान हो गया है। हम कमजोर नहीं हैं।''
हार्दिक पटेल ने इलाके के डीसीपी जयपाल सिंह राठौड़ पर जान से मार देने की धमकी का आरोप लगाया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, ''अहमदाबाद का DCP राठौड़ मुझे कहता है मार दूँगा, अब जिंदा रखने का और मारने का काम भी यमराज जी ने राठौड़ जैसे पुलिस अधिकारी को दे रखा है क्या ? उपवास आंदोलन का कवरेज कर रहे मीडिया कर्मी पर भी पुलिस ने बलप्रयोग किया और उनके केमेरे तोड़ने के प्रयास किया गया। मीडिया के साथ जो हुआ वो गलत है।"
अहमदाबाद का DCP राठौड़ मुझे कहता है मार दूँगा,अब ज़िंदा रखने का और मारने का काम भी यमराज जी ने राठौड़ जैसे पुलिस अधिकारी को दे रखा है क्या ?? उपवास आंदोलन का कवरेज कर रहे मीडिया कर्मी पर भी पुलिस ने बलप्रयोग किया और उनके केमेरे तोड़ने के प्रयास हुए।मीडिया के साथ जो हुआ वो ग़लत है
— Hardik Patel (@HardikPatel_) September 9, 2018
हार्दिक के इस अनशन को गुजरात में कांग्रेस पार्टी भी साथ दे रही है। बीजेपी सरकार से वह पटेल समुदाय के लिए आरक्षण की मांग कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक बड़ी संख्या में तैनात पुलिसकर्मियों ने मीडियाकर्मियों को हार्दिक के आवास की तरफ जाने वाली सड़क पर ही रोक दिया था। कुछ रिपोर्टरों के साथ धक्कमुक्की की गई और पुलिस ने उन्हें पाटीदार नेता के घर में घुसने से रेाकने के लिए उन पर लाठीचार्ज भी किया।