Lokmat National Conclave: कांग्रेस पर हमलावर हुए हरदीप सिंह पुरी, कहा- पहले की सरकार ने कई मौकों पर किया आर्टिकल 356 का इस्तेमाल
By मनाली रस्तोगी | Updated: April 28, 2023 14:55 IST2023-03-14T16:17:32+5:302023-04-28T14:55:14+5:30
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव में कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा।

Lokmat National Conclave: कांग्रेस पर हमलावर हुए हरदीप सिंह पुरी, कहा- पहले की सरकार ने कई मौकों पर किया आर्टिकल 356 का इस्तेमाल
नई दिल्ली: केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय और आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने लोकमत नेशनल कॉन्क्लेव में कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा पहले ऐसी सरकार थी जो हमारे संविधान में 356 विशेष धारा का इस्तेमाल राज्य सरकारों को बर्खास्त करने के लिए करती थी। उस सरकार ने 100 मौकों पर इसका इस्तेमाल किया।
अपनी बात को जारी रखते हुए उन्होंने आगे कहा कि इन सज्जन की दादी ने आर्टिकल 356 50 बार प्रयोग किया। हम सत्ता में हैं, मोदी जी ने मई 2014 से कभी 356 का इस्तेमाल किया है? मैं आपसे तथ्यात्मक सवाल पूछ रहा हूं। क्या आप में से किसी को लगता है कि हमें 356 का उपयोग करना चाहिए। मेरे अन्दर मौजूद गर्वित पंजाबी एक बार कहता है कि कभी 356 का इस्तेमाल कर लेना चाहिए, लेकिन नहीं ऐसा नहीं होता है।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकतंत्र में विश्वास करते हैं। वह एकमात्र ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने प्रधानमंत्री के रूप में अपना पद संभालने से पहले एक राज्य के एक सफल मुख्यमंत्री के रूप में कई वर्षों तक सेवा की और इसे तबाही से वापस लाने और इसे एक सफल राज्य बनाने के लिए परिवर्तन देखा।
उन्होंने आगे कहा कि भारत सबसे बड़ा लोकतंत्र है, सबसे पुराना लोकतंत्र है और मैं जोड़ रहा हूं यह सबसे मजबूत लोकतंत्र है। हमारे पास कुछ हास्य पात्र हैं और मैं अपने शब्दों को ध्यान से चुन रहा हूं, जो भारत के बाहर जाना चाहते हैं और भारत में शासन परिवर्तन के लिए बाहरी दुनिया के हस्तक्षेप की मांग करते हैं, क्यों? क्योंकि वह सोचते हैं और उनके वहां कहीं एक अंकल हैं जो कह रहे हैं कि नहीं, वह क्या कह रहे हैं, यह मत देखो। वास्तव में वह गलत नहीं है। अगर मैं इस तरह की टिप्पणी करता हूं, तो मेरी आंटी या अंकल में से कोई भी मेरे बचाव में नहीं आता।
