देहरादून: भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत को छह साल के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया है। इस बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रावत पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो अपने परिवार के सदस्यों के लिए पार्टी पर (पार्टी टिकट मांगते हुए) दबाव डाल रहे थे लेकिन हमारी एक अलग नीति है, एक परिवार के केवल एक सदस्य को चुनाव के लिए पार्टी का टिकट दिया जाएगा।
बता दें, रविवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की प्रदेश इकाई के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने बताया कि अनुशासनहीनता के चलते रावत को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से निष्कासित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुशासनहीनता को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस बीच, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी रावत को मंत्रिपरिषद से बर्खास्त कर दिया है।
मालूम हो, पौड़ी गढ़वाल जिले की कोटद्वार विधानसभा सीट से विधायक रावत अपनी सीट बदलने के साथ ही अपनी पुत्रवधू अनुकृति के लिए भी बीजेपी से टिकट मांग रहे थे। समझा जाता है कि इन मुद्दों पर बीजेपी के राजी न होने पर उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बीच उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।