ज्ञानवापी मस्जिद सर्वे: वीडियो रिपोर्ट सील कवर में वाराणसी की अदालत में जमा की गई, आज होगी सुनवाई
By विशाल कुमार | Published: May 19, 2022 11:12 AM2022-05-19T11:12:58+5:302022-05-19T11:14:42+5:30
माना जा रहा है कि यह रिपोर्ट 10-12 पेज की है, जिसे सीलबंद लिफाफे में उस टीम द्वारा पेश किया गया है जिसने मस्जिद परिसर की वीडियो रिकॉर्डिंग किया था। रिपोर्ट वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में पेश की गई।
वाराणसी (यूपी):वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद की वीडियो रिकॉर्डिंग की रिपोर्ट आज सुबह एक अदालत में पेश की गई, जिसमें हिंदू याचिकाकर्ताओं द्वारा मस्जिद परिसर के अंदर मूर्तियों की पूजा करने का अनुरोध शामिल है।
माना जा रहा है कि यह रिपोर्ट 10-12 पेज की है, जिसे सीलबंद लिफाफे में उस टीम द्वारा पेश किया गया है जिसने मस्जिद परिसर की वीडियो रिकॉर्डिंग किया था। रिपोर्ट वाराणसी के सिविल जज सीनियर डिवीजन रवि कुमार दिवाकर की अदालत में पेश की गई।
कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेष सहायक आयुक्त विशाल सिंह ने रिपोर्ट जमा की। इस दौरान वहां दोनों पक्षों के लोग मौजूद थे। विशाल सिंह ने कहा कि हमने सीलबंद लिफाफे में वीडियो चिप भी दाखिल की है। यह सब अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया गया है।
We have filed a video chip too in a sealed cover. All of this has been submitted before the court: Advocate Vishal Singh, the Court-appointed special assistant commissioner after the filing of Gyanvapi mosque survey report pic.twitter.com/Q7RZXqrvwN
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 19, 2022
वाराणसी की अदालत पांच हिंदू महिलाओं की याचिका पर सुनवाई कर रही है, जो दावा करती हैं कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर में हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां हैं।
मस्जिद परिसर की वीडियो रिकॉर्डिंग में शामिल वकीलों में से एक ने दावा किया है कि पारंपरिक रूप से वजू या नमाज से पहले इस्लामी शुद्धिकरण अनुष्ठानों के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले तालाब के अंदर कथित तौर पर एक शिवलिंग पाया गया था।
इस हफ्ते की शुरुआत में, सुप्रीम कोर्ट ने कथित तौर पर शिवलिंग पाए जाने वाले क्षेत्र को संरक्षित करने के निचली अदालत के आदेश को बरकरार रखा था और साथ ही मुसलमानों को मस्जिद में प्रार्थना करने को बरकरार रखा था।