गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर सरकार मानवीय आधार पर देश भर की विभिन्न जेलों में बंद आठ सिख कैदियों को नवंबर में रिहा करेगी जो पंजाब में आतंकवाद के दौरान किये गए अपराधों के सिलसिले में देश की विभिन्न जेलों में बंद हैं।
केंद्रीय गृह मंत्रालय ने यह भी घोषणा की कि विशेष माफी के तहत एक कैदी को मिले मृत्युदंड को बदलकर आजीवन कारावास किया जाएगा। गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि केंद्र सरकार ने देश की विभिन्न जेलों में बंद नौ सिख कैदियों को विशेष व्यवस्था के तहत राहत देने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा कि एक मामले में मृत्युदंड पाए एक कैदी की सजा को घटाकर आजीवन कारावास करने का फैसला किया गया है जबकि बाकी आठ मामलों में विशेष माफी के तहत आजीवान कारावास और अन्य सजा काट रहे कैदियों की समयपूर्व रिहाई की जाएगी।
प्रवक्ता ने कहा कि इन व्यक्तियों के देश की विभिन्न अदालतों द्वारा पंजाब में आतंकवाद के दौर में किये गए अपराधों के लिये सजा सुनाई गई थी। केंद्र सरकार ने यह फैसला लंबे समय से सिख समुदाय के विभिन्न वर्गों द्वारा की जा रही मांगों को देखते हुए सद्भावना में लिया है।
सिख कैदियों की रिहाई के लिये इस आशय का एक पत्र शनिवार को संबंधित राज्य सरकारों और केंद्र शासित क्षेत्रों को भेजा गया है। नवंबर में ही सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव का 550वां प्रकाश पर्व है। इस बीच सरकार महात्मा गांधी की 150वीं जयंती के अवसर पर कैदियों के लिये विशेष माफी के तहत देश की विभिन्न जेलों में बंद कुछ और बंदियों को रिहा करने की भी योजना बना रही है।
नेपाल ने गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर स्मृति सिक्के जारी किया
गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व पर नेपाल ने तीन स्मृति सिक्के जारी किये। कहा जाता है कि गुरुनानक देव ने करीब पांच सौ साल पहले काठमांडू के बाहरी क्षेत्र के बालाजू इलाके का दौरा किया था। नेपाल राष्ट्र बैंक (एनआरबी) के गवर्नर चिंरजीवी नेपाल और नेपाल में भारत के राजदूत मंजीव सिंह पुरी द्वारा शुक्रवार को संयुक्त रूप से एक सौ, एक हजार और 2500 नेपाली रुपये मूल्य के सिक्के जारी किये।
इंडियाइननेपाल ने एक ट्वीट में कहा कि गुरुनानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर काठमांडू के होटल अलोफ्ट में “सिख हेरिटेज ऑफ नेपाल” नामक एक किताब का भी विमोचन किया गया। भारतीय दूतावास ने एक बयान में कहा कि नेपाल के केंद्रीय बैंक द्वारा गुरु नानक के नाम पर सिक्कों को जारी करना नेपाल में गहरे सिख संपर्कों को प्रदर्शित करता है। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में नेपाल के सिख समुदाय के लोगों के साथ ही स्थानीय लोग भी शामिल हुए।
भारतीय राजदूत पुरी ने इस दौरान नेपाल में सिख विरासत के महत्व को रेखांकित करते हुए व्यापक और प्रभावशाली प्रस्तुति दी। काठमांडू के पास बालाजू का नानक मठ है जहां माना जाता है कि पांच सौ साल पहले गुरु नानक देव गए थे। वहां सदियों पुरानी हस्तलिखित सिख पाण्डुलिपियों को संरक्षित किया गया है।