12वीं बोर्ड में पढ़ाया जा रहा- रावण ने नहीं बल्कि भगवान राम ने किया था सीता का अपहरण
By पल्लवी कुमारी | Published: June 1, 2018 04:11 PM2018-06-01T16:11:10+5:302018-06-01T16:11:10+5:30
सीता का अपहरण रावण ने नहीं, राम ने किया था, ये वाक्य किताब 'इंट्रोडक्शन टु संस्कृत लिट्रेचर' के पृष्ठ संख्या 106 पर लिखा गया है।
गांधीनगर, 1 जून: गुजरात के स्कूलों में 12वीं की संस्कृत विषय के लिए आई किताबों में एक ऐसा तथ्य लिखा हुआ है, जिससे हर कोई हैरान हो गया है। असल में इस किसाब में लिखा हुआ है कि सीता का अपहरण लंका पति रावण ने नहीं बल्कि राजा राम ने किया था। मामला चर्चा में आने के बाद अधिकारियों ने ये कहते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया है कि किताब का गलत अनुवाद हो गया है।
सीता का अपहरण रावण ने नहीं, राम ने किया था, ये वाक्य किताब 'इंट्रोडक्शन टु संस्कृत लिट्रेचर' के पृष्ठ संख्या 106 पर लिखा गया है। यहां राम द्वारा सीता का अपहरण कर लिए जाने के बाद लक्ष्मण द्वारा राम को दिए गए संदेश का दिल छू जाने वाला वर्णन किया गया है।' गौरतलब है कि यहां राम की जगह रावण लिखा जाना चाहिए था।
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वहीं गुजराती टेक्सटबुक में छपे कालिदास के काव्य 'रघुवंशम' में यह बात सही लिखी हुई है। टाइम्स ऑफ इंडिया को रिटायर्ड संस्कृत प्रोफेसर वसंत भट्ट ने बताया कि यह तो सर्वज्ञात है कि सीता का अपहरण राम ने नहीं रावण ने किया था और 'रघुवंशम' में भी यही लिखा गया है।
इस बारे में जब गुजरात स्टेट बोर्ड ऑफ स्कूल टेक्स्टबुक्स के एग्जिक्यूटिव प्रेजिडेंट डॉ. नितिन पेठानी ने टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है। हालांकि, बाद में उन्होंने गलती मान ली है।
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