गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) से विधायक केतन ईनामदार ने बुधवार को इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया है कि पार्टी के मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों द्वारा उनकी उपेक्षा की जा रही थी। केतन ईनामदार के इस्तीफा देने की वजह से मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के लिए बड़ा झटका कहा जा रहा है। केतन सावली विधानसभा सीट से चुने गए थे।
खबरों के अनुसार, केतन ईनामदार ने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष राजेंद्र त्रिवेदी को सौंप दिया है। उनका कहना है कि बीजेपी सरकार में उनकी कोई नहीं सुन रहा था। सरकार व प्रशासन में संकलन का अभाव है। मंत्री और अधिकारी आमजन के विकास के लिए कोई ध्यान नहीं दे रहे हैं। उनके क्षेत्र में कोई काम नहीं किया जा रहा है और सिफारिश करने बावजूद कोई सुनवाई नहीं है।
इससे पहले बीते दिन 21 जनवरी को पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता बीरेंद्र सिंह ने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। एक आधिकारिक पत्र में मंगलवार को यह जानकारी दी गई थी। इस पत्र में कहा गया है था कि राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने उनका इस्तीफा स्वीकार कर लिया। दो अगस्त 2016 को वह तीसरी बार राज्यसभा के सदस्य बने थे और उनकी सदस्यता एक अगस्त 2022 को समाप्त होनी थी।
सिंह का इस्तीफा उनके पुत्र बृजेन्द्र सिंह के सांसद बनने के बाद आया है। पूर्व नौकरशाह एवं भाजपा नेता बृजेन्द्र सिंह हिसार लोकसभा सीट से सांसद हैं। बीरेंद्र सिंह की पत्नी प्रेम लता ने पिछले वर्ष हरियाणा विधानसभा चुनाव लड़ा था लेकिन उन्हें जननायक जनता पार्टी के नेता दुष्यंत चौटाला के आगे हार का सामना करना पड़ा था। प्रेम लता उचाना कलां की पूर्व विधायक हैं।