नई दिल्लीः निर्वाचन आयोग इस सप्ताह गुजरात के आगामी विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा कर सकता है। 2017 में अपनाई गई परंपरा का हवाला देते हुए निर्वाचन आयोग ने इस महीने की शुरुआत में हिमाचल प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनावों की तारीखों के साथ गुजरात के चुनाव कार्यक्रम की घोषणा नहीं की थी।
हिमाचल में 12 नवंबर को एक चरण में मतदान होगा, जबकि वोटों की गिनती आठ दिसंबर को की जाएगी। आयोग ने हिमाचल प्रदेश के लिए मतगणना की तारीख को मतदान के करीब एक महीने बाद रखते हुए स्पष्ट संकेत दिया था कि गुजरात चुनाव के वोटों की गिनती भी आठ दिसंबर को होगी।
2017 में दोनों राज्यों में अलग-अलग तारीखों पर चुनाव की घोषणा की गई थी, लेकिन मतगणना 18 दिसंबर को एक साथ हुई थी। दरअसल, गुजरात में बाढ़ के चलते निर्वाचन आयोग को राज्य में हिमाचल चुनाव कार्यक्रम की घोषणा के बाद मतदान कराना पड़ा था।
निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, गुजरात और हिमाचल प्रदेश में साल 1998, 2007 और 2012 में एक साथ चुनाव हुए थे। 182 सदस्यीय गुजरात विधानसभा का कार्यकाल 18 फरवरी 2023 को समाप्त हो रहा है।
गुजरात में चुनावी रैलियों को संबोधित करेंगे दिल्ली, पंजाब और राजस्थान के मुख्यमंत्री
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के उनके समकक्ष भगवंत मान और राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को गुजरात में अलग-अलग रैलियों को संबोधित कर रहे हैं। आम आदमी पार्टी (आप) के नेता केजरीवाल और मान संयुक्त रूप से भावनगर के पालिताना शहर और राजकोट जिले के धोराजी में दो रैलियों को संबोधित किया।
‘आप’ के दोनों नेता शुक्रवार से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित गुजरात के तीन दिवसीय दौरे पर हैं। केजरीवाल गुजरात के अपने हालिया दौरों पर ‘आप’ के सत्ता में आने पर राज्य के लोगों को कई सौगातें देने के वादे कर चुके हैं। वहीं, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रविवार को अपने गुजरात दौरे के तीसरे दिन तीन रैलियों को संबोधित किया।
गहलोत पहले बनासकांठा के वीरमपुर में एक जनसभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद, वह साबरकांठा जिले के खेड़ब्रह्मा और अरावली जिले के भिलोदा में अलग-अलग रैलियों को संबोधित करेंगे। गहलोत ने शनिवार को दावा किया था कि भाजपा को चुनावी बांड के माध्यम से किए गए कुल दान का 95 प्रतिशत मिल रहा है और दानकर्ता ‘‘भय’’ के कारण अन्य दलों को चंदा नहीं दे रहे हैं।
उन्होंने भाजपा पर कांग्रेस और अन्य राजनीतिक दलों को चंदा देने के इच्छुक कॉरपोरेट घरानों को ‘‘धमकी’’ देने का भी आरोप लगाया था। कांग्रेस के दिग्गज नेता ने ‘आप’ के प्रमुख केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा था कि वह अपने खिलाफ किसी भी नकारात्मक खबर को दबाने के लिए पैसा खर्च करते हैं। गुजरात की 182-सदस्यीय विधानसभा के लिए इस साल के अंत में होने वाले चुनाव के कार्यक्रम की घोषणा अभी नहीं हुई है।