अहमदाबाद: कांग्रेस के दिग्गज नेता और गांधी परिवार के करीबी माने जाते रहे दिवंगत अहमद पटेल के बेटे फैसल पटेल ने संकेत दिया है कि वे पार्टी के रूख से नाराज हैं। फैसल पटेल ने एक ट्वीट कर ये इशारा भी दिया है कि वे भविष्य में पार्टी को छोड़ भी सकते हैं। उन्होंने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि वे इंतजार करते हुए थक चुके हैं और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से कोई प्रोत्साहन नहीं मिला है।
फैसल पटेल ने ट्वीट किया, 'इंतजार करते हुए थक गया हूं। शीर्ष नेतृत्व से कोई उत्साह नहीं मिला। मेरे विकल्प खुले हुए हैं।' पिछले महीने के आखिर में फैसल ने गुजरात के अपने गृह जिले भरुच और नर्मदा जिले में 7 विधानसभा सीटों वाले क्षेत्र के दौरे की बात ट्वीट कर कही थी।
फैसल ने पिछले ही साल अप्रैल में आम आदमी पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात भी की थी। इसके बाद से उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थी। दरसअल आम आदमी पार्टी भी गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर काफी सक्रिय है।
मूल रूप से गुजरात से आने वाले फैसल के ताजा ट्वीट ने कयासों का बाजार गर्म कर दिया है। गौरतलब है कि अहमद पटेल कांग्रेस में कद्दावर नेता माने जाते थे। सोनिया गांधी के वफादार माने जाने की वजह से पार्टी में उनकी अहम भूमिका थी।
लंबे समय तक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के राजनीतिक सलाहकार और पार्टी के संकटमोचक रहे अहमद पटेल का कोविड संक्रमण के बाद हुई स्वास्थ्य संबंधी जटिलताओं के चलते 25 नवंबर, 2020 को निधन हो गया था।
गुजरात में कांग्रेस के सामने चुनौती
गुजरात में कांग्रेस पिछले करीब 27 साल से सत्ता से बाहर है। ऐसे में उसके सामने यहां वापसी करने की चुनौती है। भाजपा के अलावा इस बार कांग्रेस के लिए आम आदमी पार्टी भी बड़ी चुनौती खड़ा कर सकती है।
आम आदमी पार्टी ने सोमवार को दावा किया था कि उसके आंतरिक सर्वेक्षण में पता चला है कि वह इस साल दिसंबर में होने वाले गुजरात विधानसभा चुनावों में लगभग 58 सीटें जीत सकती है।
पार्टी के प्रदेश प्रभारी डॉ. संदीप पाठक ने सोमवार को बताया कि यह सर्वेक्षण पार्टी की अपनी एजेंसी के माध्यम से वैज्ञानिक तरीके से किया गया। सर्वेक्षण के अनुसार, पार्टी को कांग्रेस से असंतुष्ट ग्रामीण मतदाताओं और शहरी क्षेत्रों में निम्न और मध्यम वर्ग के मतदाताओं से वोट मिलने की संभावना है। कांग्रेस वर्तमान में राज्य की 182 सदस्यीय विधानसभा में मुख्य विपक्षी दल है।
(भाषा इनपुट)